गन्ने के दाम 156 सीटों पर भाजपा को दिलाएंगे ‘मिठास’, जानें क्या है राजनीतिक समीकरण
Lok Sabha Election 2024 : राष्ट्र में लोकसभा चुनाव 2024 से पहले किसान आंदोलन के जरिए केंद्र गवर्नमेंट पर दबाव बनाने का कोशिश कर रहे हैं। इस बीच मोदी गवर्नमेंट ने भी गन्ना किसानों को साधने के लिए बड़ा दांव चला है। एक तरफ किसानों का प्रदर्शन है तो दूसरी तरफ गन्ना खरीद की मूल्य में प्रति क्विंटल 25 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई। बीजेपी ने गन्ने की मिठाई के जरिए तीन बड़े राज्यों को साधना का कोशिश किया, जहां लोकसभा की 156 सीटें हैं। आइए जानते हैं कि क्या है सियासी समीकरण।
अगर चीनी उत्पादक राज्य की बात करें तो नंबर वन पर यूपी है, जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र और तीसरे नंबर पर कर्नाटक है। इन तीनों राज्यों में गन्ना किसानों का अच्छा खासा असर है। ऐसे में केंद्र की एनडीए गवर्नमेंट ने यूपी, महाराष्ट्र और कर्नाटक के गन्ना किसानों को बड़ी सौगात दी। बीजेपी का मकसद गन्ने की मिठाई के माध्यम से तीनों राज्यों की लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करना है।
सरकार के निर्णय से यूपी, महाराष्ट्र और कर्नाटक को मिलेगा लाभ
उत्तर प्रदेश में 80, महाराष्ट्र में 48 और कर्नाटक में 28 लोकसभा सीटें हैं। तीनों राज्यों में कुल 156 सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी के पास 110 सीटें हैं। यदि पिछले लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों पर गौर करें तो बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की 80 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, भाजपा की झोली में महाराष्ट्र की 23 और कर्नाटक की 25 सीटें आई थीं।
बची 36 सीटों पर जीत दर्ज करना चाहती है भाजपा
इस बार के लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी अपने पुराने को प्रदर्शन को और बेहतर करने की प्रयास में जुट गई है। बीजेपी का लक्ष्य है कि पिछले चुनाव में जो 36 सीटें नहीं मिली थीं, उस पर भी जीत दर्ज करने की प्रयास है। बीजेपी ने अबकी बार 400 पार का नारा दिया है। इसके अनुसार भाजपा के लिए 370 और एनडीए के लिए 400 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
भाजपा ने दिया एनडीए 400 पार का नारा
पिछले चुनाव में बीजेपी को 303 सीटें मिली थीं, जबकि एनडीए के खाते में 353 सीटें आई थीं। इस बार बीजेपी और 67 सीटों पर जीत दर्ज करेगी तब यह आंकड़ा 370 पहुंचेगा। वहीं, एनडीए गठबंधन को 47 और सीटें लानी पड़ेंगी, तभी यह आंकड़ा 400 पहुंच पाएगा। इसे लेकर बीजेपी ने तीन राज्य यूपी, महाराष्ट्र और कर्नाटक में गन्ने की मिठाई बढ़ा दी है। हालांकि, पिछले चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी। बीजेपी को 25 और शिवसेना को 18 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार उद्धव ठाकरे इण्डिया गठबंधन में शामिल हो गए। हालांकि, शिवसेना का शिंदे गुट एनडीए में है।