जमीन के दस्तावेज में हेरफेर,जम्मू और आसपास के इलाकों में तलाशी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू के पूर्व मंत्री लाल सिंह की पत्नी और एक पूर्व सरकारी अधिकारी द्वारा संचालित एक शैक्षिक न्यास के विरुद्ध भूमि खरीद में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मुद्दे की जांच के सिलसिले में मंगलवार को जम्मू और आसपास के इलाकों में तलाशी ली।आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
जांच एजेंसी ने आरबी शैक्षिक न्यास, इसकी अध्यक्ष और लाल सिंह की पत्नी कांता अंदोत्रा, एक पूर्व राजस्व अधिकारी रविंदर एस के विरुद्ध मुद्दे में जम्मू, कठुआ और पंजाब के पठानकोट में लगभग आठ परिसरों पर छापेमारी की।
धन शोधन का यह मुद्दा अक्टूबर 2021 में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से आरोपपत्र दाखिल से जुड़ा है, जिसमें जम्मू और कश्मीर कृषि सुधार अधिनियम, 1976 की धारा 14 के अनुसार लगाई गई 100 मानक कनाल की अधिकतम सीमा के उल्लंघन के संबंध में विवरण का उल्लेख किए बिना चार जनवरी से सात जनवरी 2011 के बीच जमीन के डॉक्यूमेंट्स में हेरफेर के लिए आपराधिक मिलीभगत का इल्जाम लगाया गया था। इससे न्यास को अनुचित आर्थिक फायदा मिला।
सीबीआई के आरोपपत्र में दावा किया गया था कि इसके आधार पर न्यास ने पांच जनवरी और सात जनवरी 2011 को निष्पादित तीन ‘उपहार डीड’ के माध्यम से लगभग 329 कनाल भूमि के कई खंड हासिल किए।
सूत्रों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने पाया कि न्यास द्वारा डीपीएस विद्यालय और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अतिरिक्त भूमि का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को जिन परिसरों की तलाशी ली गई उनमें न्यास, उसकी अध्यक्ष, भूमि दाताओं, भूमि दाताओं की ओर से पावर ऑफ अटॉर्नी धारकों, कार्यों को निष्पादित करने वाले गवाह, कार्यों को निष्पादित करने के लिए आरबी शैक्षिक न्यास को गलत ढंग से डॉक्यूमेंट्स जारी करने वाले तत्कालीन पटवारी के परिसर शामिल हैं।