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टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए दिल्ली से आई ऑगर मशीन काम करना की बंद

Uttarakhand Tunnel Accident: उत्तरकाशी के सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग धंसने के बाद से करीब 41 मजदूर उसमें फंसे हुए हैं इन श्रमिकों को पिछले 8 दिनों से रेस्क्यू करने का कोशिश किया जा रहा है, लेकिन अबतक इसमें कामयाबी नहीं मिली है एक तरफ जहां 41 श्रमिकों जीवन और मृत्यु के बीच जंग लड़ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उन्हें रेस्क्यू करने के कई कोशिश असफल हो चुके हैं एक समाचार के अनुसार टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए दिल्ली से लाई गई ऑगर मशीन ने 17 नवंबर को काम करना बंद कर दिया इसके बाद इंदौर से एक नयी मशीन मंगाई गई जिसे अब सुरंग के भीतर 200 मीटर अंदर तक ले जाया जा रहा है अब मलबे में सामने के बजाय ऊपर से ड्रिलिंग किया जाएगा, ताकि मलबे को सरलता से हटाया जा सके

मलबे फंसे श्रमिकों पर क्या कहे पुष्कर सिंह धामी

इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बोला कि हम मौजूद सभी संभावनओं पर काम कर रहे हैं सभी प्रकार की जानकार टीमें यहां काम कर रही हैं प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की नज़र में हम लगातार काम कर रहे हैं सभी की जान हमें बचाना है हमारी पहली अहमियत यही है इसके लिए राज्य गवर्नमेंट की सभी एजेंसियां हर संभव सहायता देने को तैयार हैं उन्होंने कहा, ‘मैं ईश्वर से प्रार्थना करूंगा कि जल्द से जल्द उन्हें बचाया जाए, क्योंकि हर गुजरते दिन के साथ उनकी कठिनाई बढ़ती जा रही है’ बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हालात का जायजा लेने के लिए वहां पहुंच चुके हैं

पीएमओ के अधिकारी का दौरा

बता दें कि अबतक टनल के अंदर 70 मीटर में फैले मलबे में 24 मीटर छेद किया जा चुका है जो कि आधा भी नहीं है न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार सुरंग के अदंर फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए अब सुरंग के दाएं और बाएं हिस्से में इस्केप टनल बनाया जाएगा और सुरंग के ऊपर की पहाड़ी से वर्टिकल ड्रिलिंग की जाएगी इसके लिए पहाड़ियों को चिन्हित किया गया है वहीं सुरंग के दाएं-बाएं हिस्से से टनल बनाने का काम प्रारम्भ हो गया है बता दें कि 18 नवंबर को पीएमओ के उपसचिव मगेश घिल्डियाल और पीएम के पूर्व सलाहकार और उत्तराखंड गवर्नमेंट के विशेष कार्याधिकारी मीडिया खुल्बे ने भी मौके का दौरा किया था

 

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