देश की आज़ादी के 76 साल बाद सियाचिन ग्लेशियर में स्थापित किया गया पहला मोबाइल टावर
नई दिल्ली: देश की आज़ादी के 76 वर्ष बाद आखिरकार सियाचिन ग्लेशियर में पहला मोबाइल टावर स्थापित किया गया है, जो 15,500 फीट से अधिक ऊंचाई पर दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है। इंडियन आर्मी ने बीएसएनएल (BSNL) के योगदान से टावर स्थापित किया। सेना के जवानों के लिए 6 अक्टूबर को सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र की अग्रिम चौकी पर बेस ट्रांसीवर स्टेशन (BTS) की स्थापना की गई थी।
भारतीय सेना की लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर ने इस विकास को साझा करने के लिए गुरुवार को एक्स, जिसे पहले ट्विटर बोला जाता था, का सहारा लिया। कुछ तस्वीरों के साथ साझा किए गए पोस्ट के कैप्शन में लिखा है कि, “BSNL के योगदान से सियाचिन वॉरियर्स ने 15,500 फीट से अधिक ऊंचाई पर तैनात सैनिकों के लिए मोबाइल संचार का विस्तार करने के लिए 06 अक्टूबर को सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र की अग्रिम चौकियों पर पहली बार BSNL बीटीएस की स्थापना की।”
#IndianArmy#Siachen Warriors in collaboration with BSNL established first ever BSNL BTS at forward posts of the highest battlefield on 06 October to extend mobile communication for the soldiers deployed at more than 15,500 feet#SiachenWarriors@NorthernComd_IA@lg_ladakh… pic.twitter.com/54D8HrXWQe
— @firefurycorps_IA (@firefurycorps) October 12, 2023
इस समाचार को केंद्रीय संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने भी एक्स पर साझा किया है। मंत्री ने कुछ फोटोज़ साझा कीं और लिखा कि, “BSNL ने सियाचिन वॉरियर्स के साथ सियाचिन ग्लेशियर में पहला मोबाइल टावर स्थापित किया है। अब हमारे नायक अपनी सुविधानुसार अपने प्रियजनों से बात कर सकते हैं।” @BSNLCorporate और #SiachenWarriors को बधाई।” महिंद्रा ग्रुप के चेयरपर्सन आनंद महिंद्रा ने भी इस समाचार पर खुशी जताई और कहा, ‘यह डिवाइस विक्रम लैंडर जितना ही जरूरी है।’
These are photos shared by @devusinh of the first ever mobile tower installed in Siachen! A seemingly small event in our turbulent world. But it means our Jawans विश्व स्वास्थ्य संगठन put their lives on the line every single day on the world’s highest battlefield to defend us are now strongly… pic.twitter.com/bn1L260hLz
— anand mahindra (@anandmahindra) October 13, 2023
महिंद्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “ये सियाचिन में लगाए गए पहले मोबाइल टावर की @devusinh द्वारा साझा की गई फोटोज़ हैं! हमारी अशांत दुनिया में यह एक छोटी सी घटना है। लेकिन इसका मतलब है हमारे जवान जो प्रत्येक दिन अपनी जान की बाजी लगाते हैं। हमारी रक्षा के लिए दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र अब उनके परिवारों से मजबूती से जुड़ा हुआ है। उनके लिए यह उपकरण विक्रम लैंडर जितना ही जरूरी है। मेरे लिए, यह वास्तव में बड़ी समाचार है।”
मोबाइल टावर पर महिंद्रा की पोस्ट वायरल हो गई है और अब तक इसे 253.6K व्यूज मिल चुके हैं। इसे ढेर सारी टिप्पणियाँ भी मिलीं। पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट किया, “वे वास्तविक हीरो हैं। उनकी वजह से हम सुरक्षित हैं। उन्हें सलाम।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “कनेक्टिविटी का यह छोटा सा प्रतीक हमारे जवानों के सरेंडर और बहादुरी का प्रमाण है।” एक तीसरे ने टिप्पणी की, “सरकार की ओर से अच्छी पहल! हमें बाहरी खतरों को कम करने के लिए सीमा पर बुनियादी ढांचे को और मजबूत करना जारी रखना चाहिए।”