मध्यम वर्गीय लोगों के लिए किसी वरदान से कम नही, मोदी की इन अहम योजनाओं की लॉन्चिंग
केंद्र की सत्ता में आने के बाद से पीएम मोदी की गवर्नमेंट ने अनेक महत्वाकांक्षी योजनाओं की आरंभ की, जो कि मध्यम वर्गीय लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसके चलते उनके जीवनशैली में बड़ा परिवर्तन आया है। मोदी गवर्नमेंट को 9 वर्ष से अधिक का समय हो गया है। इस दौरान अहम योजनाओं की लॉन्चिंग की गई, जिसका फायदा भी करोड़ों देशवासियों को मिला। लेकिन आज हम आपको उन 5 योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके जरिए आम लोगों के जीवन बदल गई…
पीएम जनधन योजना
पीएम मोदी ने वर्ष 2014 में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम जन-धन योजना की घोषणा की थी। इस योजना के माध्यम से राष्ट्र के सबी लोगों तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अभी तक 50 करोड़ से अधिक लोगों को बैंकिंग सुविधाएं दी गई हैं। वित्त मंत्रालय ने कहा कि लगभग 56 फीसदी जनधन खाताधारक महिलाएं हैं और तकरीबन 67 फीसदी जन धन खाते ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्रों में खोले गए हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना
देश की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी तरक्की के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के अनुसार पीएम मोदी ने जनवरी 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना प्रारम्भ की थी। इसमें निवेश कर बेटी की पढ़ाई से लेकर विवाह तक के खर्चे के पैसे जोड़े जा सकते हैं।
उज्जवला योजना
साल 2016 में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा ग्रामीण और वंचित परिवारों के लिए एलपीजी जैसे स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन को मौजूद कराने के उद्देश्य से एक प्रमुख योजना के रूप में पीएम उज्जवला योजना की आरंभ की गई। गवर्नमेंट ने ये योजना जलावन लकड़ी, कोयला, गोबर के उपले आदि जैसे पारंपरिक खाना पकाने के ईंधन का इस्तेमाल कर रहे थे। 31 मई 2023 तक इस योजना के भीतर 9,58,59,418 कनेक्शन जारी किए गए।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना
छोटे और सीमांत किसान परिवारों को इस योजना का बहुत अधिक फायदा मिलता है। योजना के अनुसार गवर्नमेंट किसान परिवारों को सालाना 6 हजार रुपये देती है। ये राशि तीन किस्तों में जाती है। इसके जरिये किसान सरलता से अपनी फसल तैयार कर पाते हैं।
आयुष्मान भारत
साल 2018 में 23 सितंबर को आयुष्मान हिंदुस्तान योजना की आरंभ की गई थी। यह स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसके अनुसार गरीब वर्ग के एक परिवार को पांच लाख रुपये तक का बीमा दिया जाता है। इसका मकसद है कि बीपीएल कार्ड धारक गरीबों को निःशुल्क उपचार मिल सके। आयुष्मान हिंदुस्तान योजना के अनुसार अब तक देशभर में 3.69 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं। योजना के तबत अब तक 61,501 करोड़ रुपये का निःशुल्क उपचार किया गया है।