राजस्थान विधानसभा चुनाव में कहीं भी पुर्नमतदान की नहीं पड़ी आवश्यता
Rajasthan Chunav: राजस्थान विधानसभा के चुनाव 199 सीटों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गए है। राजस्थान विधानसभा चुनाव में कहीं भी पुर्नमतदान की आवश्यता नहीं पड़ी।पिछले 4 चुनावों का आंकड़ा देखा जाए तो ये पहली बार हुआ कि किसी विधानसभा चुनाव में पुर्नमतदान नहीं हुआ हो। इससे पहले 2018, 2013 और 2008 के विधानसभा चुनाव में पुर्नमतदान हुआ था।
राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता की ओर से पूरी मॉनिटरिंग की गई। जिला लेवल से लेकर बीएलओ तक की किसी भी कम्पलेन पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने मॉनिटरिंग की,अधिकारियों को निेर्देश दिए।जहां कहीं भी कर्मचारियों को परेशानी आई उनके लिए अधिक से अधिक ट्रैनिंग की प्रबंध की गई।
जिसका रिज़ल्ट रहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में कहीं भी पुर्नमतदान की जरूरत नहीं पड़ी।ऑब्जर्वर्स ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। जिसमें उन्होंने कहीं भी पुर्नमतदान की जरूरत नहीं जताई है।
विधानसभा चुनाव में पुर्नमतदान की स्थिति
– 2023 विधानसभा चुनाव- पुनर्मतदान नहीं
– 2018 विधानसभा चुनाव- करणपुर विधानसभा में बूथ नम्बर 163 पर पुर्नमतदान
– 2013 विधानसभा चुनाव- 7 स्थान पुर्नमतदान हुआ
– 2008 विधानसभा चुनाव- 128 स्थान पुर्नमतदान हुआ
2008 के विधानसभा चुनावों में सबसे अधिक रिपोल की स्थिति बनी थी,कोलायत में एक,नोखा में दो,फतेहपुर में तीन,खंडेला में एक,कोटपुतली में एक, सिविल लाइन में एक, मुंडावर में दो, डीग कुम्हेर में एक, बाड़ी में आठ, धौलपुर में दो, टोड़ाभीम में सैंतीस, करौली में सत्ताईस, बांदीकुई में तीन, महुआ में आठ, गंगापुर में ग्यारह, सवाईमाधोपुर में नौ,पुष्कर में एक, बिलाड़ा में एक, सांचौर में एक, मांडलगढ़ में तीन, कोटा दक्षिण में एक, बांटा-अटरू में तीन, खानपुर में एक बूथ पर पुर्नमतदान हुआ था।