निर्माणाधीन अंबेडकर स्मारक में शोध करने वाले छात्रों के लिए योगी सरकार का ये बड़ा ऐलान
डॉ भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके अस्थिकलश स्थल का जायजा लिया और उनकी प्रतिमा पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने घोषणा किया निर्माणाधीन आंबेडकर स्मारक में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश गवर्नमेंट की तरफ से छात्रवृत्ति दी जाएगी।
इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बोला कि प्रदेश वासियों की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। बाबा साहब ने बोला था कि हम सबसे पहले और अंत में भारतीय हैं। जो लोग हिंदुस्तान को कोसते हैं वह बाबा साहब का भी अपमान करते हैं। दुनिया में जब भी दबे-कुचले समाज के उत्थान की बात आती है तो बाबा साहब का नाम याद आता है। हमने समाज को जाति के आधार पर नहीं बांटा बल्कि गरीब, दलित, कमजोर वर्ग के विकास पर ध्यान दिया। हर गरीब और वंचित को पीएम आवास और शौचालय की सुविधा का फायदा मिलना चाहिए।
उन्होंने बोला कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की गवर्नमेंट चेहरा देखकर फायदा देती थी। दलितों और गरीबों के नाम पर सियासी रोटी सेकी जाती थी लेकिन करते कुछ नहीं थे। मोदी गवर्नमेंट ने बाबा साहब के सपनों को साकार किया है। जो लोग हिंदुस्तान विरोधी गतिविधियां चला रहे हैं वह बाबा साहब का अपमान करते हैं। यह गवर्नमेंट हर गरीब और दलित के साथ खड़ी है।
हर गरीब और दलित को आवास और राशन कार्ड की सुविधा दी गई है
मुख्यमंत्री योगी ने बोला कि बाबा साहब की प्रेरणा से हर गरीब और दलित को आवास और राशन कार्ड की सुविधा दी गई है। किसी प्रकार का छुआछूत नहीं हो इस मिशन पर काम कर रहे हैं। प्रत्येक गरीब को आवास दिलाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। मजदूरों के बच्चों के लिए कॉन्वेंट विद्यालय की तर्ज पर अटल आवासीय विद्यालय बनाया गया है। हर जिले में परिनिर्वाण दिवस के कार्यक्रम हो रहे है। बाबा साहब के संकल्प से लोगों को जोड़ रहे हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया पर बोला कि आधुनिक हिंदुस्तान के निर्माण में अविस्मरणीय सहयोग देने वाले बाबा साहब डाक्टर भीमराव आंबेडकर का पूरा जीवन लोकतंत्र की जीवंत पाठशाला है। संविधान शिल्पी, ‘भारत रत्न’ बाबा साहब का हर कार्य, हर फैसला ‘अंत्योदय’ को समर्पित था। ऐसे हुतात्मा को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि!
आंबेडकर महासभा दलितों की लाइफ लाइन है
इस मौके पर उनके साथ उप सीएम ब्रजेश पाठक, समाज कल्याण राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार असीम अरुण और आंबेडकर महासभा के लालजी निर्मल भी उपस्थित थे। लालजी निर्मल ने बोला कि आज पूरी दुनिया में डाक्टर आंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस मनाया जा रहा है। महासभा भी 32 वर्ष से आयोजन कर रही है। महासभा दलितों की लाइफ लाइन है। महासभा के मंच से ही पिछड़े वर्गों को 27 फीसदी आरक्षण की घोषणा की गई थी। इसी मंच से हरिजन शब्द प्रतिबंधित किया गया था। कुशीनगर में डाक्टर आंबेडकर की प्रतिमा लगनी थी लेकिन अखिलेश यादव ने उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया।
आंबेडकर स्मारक को लीज पर दिया जाए
लालजी निर्मल ने बोला कि अनुसूचित जाति की सूची में समय-समय पर कुछ जातियों को शामिल किया जाता है। उस पर विरोध नहीं हैं जिन जातियों को शामिल किया जाता है उससे पहले यह ध्यान दिया जाए कि क्या वह जाति छुआछूत का शिकार रही है। उन्होंने बोला कि लखनऊ में बन रहे आंबेडकर स्मारक को लीज पर आंबेडकर महासभा को दे दिया जाए।
राजस्थान में योगी जैसा मुख्यमंत्री ढूंढा जा रहा है
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने बोला कि आज हम सबके लिए बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा लेने का दिन है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने संकल्प लिया है कि उत्तर प्रदेश को विकसित देश की तरह बनाना है। राजस्थान में योगी जैसा मुख्यमंत्री ढूंढा जा रहा है यह हमारे लिए गौरव की बात है। वन ट्रिलियन $ इकोनॉमी बनाने के लिए हर घर की आय को तीन से चार गुना बढ़ाना है। उन्होंने बोला कि बाबा साहब ने वोट का अधिकार दिया है।
उन्होंने बोला कि अक्सर यह गलती होती है कि बाबा साहब को सामाजिक इन्साफ का पुरोधा कहा जाता है लेकिन बाबा साहब ने मजदूर कल्याण के लिए भी बहुत काम किया। अखिलेश यादव बाबा साहब से माफ़ी मांगें। माफी मिलने के बाद जय भीम का नारा लगाने की बात सोचें। जब अखिलेश को ताकत मिली तो उन्होंने दलित वर्ग के लिए क्या किया। बाबा साहब से प्रेरणा मिलती है कि हम सदैव विद्यार्थी बनकर सीखते रहे। बाबा साहब ठीक अर्थ ने विश्व गुरु थे।