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गुजरात की पहली महिला सीएम का आज 81वां बर्थडे, जानें इनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें

उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल आज यानी की 21 नवंबर को अपना 81वां जन्मदिन इंकार रही हैं आनंदीबेन पटेल करीब तीन दशक तक गुजरात की राजनीति में एक्टिव रहीं और पीएम नरेंद्र मोदी की विश्वासपात्र मानी जाती हैं भले ही वह लंबे समय से गुजरात की राजनीति से बाहर हैं, लेकिन आज भी गुजरात की राजनीति में आनंदीबेन पटेल का जिक्र किया जाता है जब प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र के पीएम बने, तो गुजरात के सीएम का पद आनंदीबेन को मिला बता दें कि वह गुजरात की पहली स्त्री मुख्यमंत्री बनीं आइए जानते हैं उनके बर्थडे के मौके पर आनंदीबेन पटेल के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में

जन्म

गुजरात के एक गांधीवादी परिवार में 21 नवंबर 1941 को आनंदीबेन पटेल का जन्म हुआ था वह बचपन से ही एथलेटिक्स और खेल-कूद में एक्टिव थीं वहीं उन्होंने कई प्रतिस्पार्धाओं को जीत पुरस्कार भी प्राप्त किए आनंदीबेन पटेल की विवाह मफतभाई पटेल के साथ हुई, जो उन दिनों गुजरात के दिग्गज नेताओं में से एक थे आनंदीबेन पटेल अहमदाबाद के मोहिनाबा गर्ल्‍स हाई विद्यालय में गणित की शिक्षक और फिर प्रिसिंपल रही उस दौरान हुए एक हादसा के बाद उनका राजनीति में प्रवेश हुआ

बता दें कि वर्ष 1987 में वह विद्यालय की लड़कियों के साथ सरदार सरोवर जलाशय के पिकनिक पर गई हुई थीं उसी दौरान दो लड़कियां जलाशय में फिसल गईं उन लड़कियों को डूबता देख आनंदीबेन पटेल ने जलाशय में छलांग लगा दी और लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाल लाईं जिसके बाद उनकी बहादुरी की खूब चर्चा हुई और आनंदीबेन पटेल को राष्ट्रपति बहादुरी अवॉर्ड से नवाजा गया

राजनीति में प्रवेश 

वीरता पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के बाद भाजपा की टॉप लीडरशिप की नजर उन पर पड़ी और नरेंद्र मोदी के कहने पर वह गुजरात प्रदेश स्त्री मोर्चा अध्यक्ष बनकर भाजपा में शामिल हो गईं हांलाकि जब आनंदीबेन पटेल भाजपा से जुड़ीं तो पार्टी में स्त्रियों की संख्या ना के बराबर थीं लेकिन वहीं कुछ समय बाद वह एक निडर नेता के तौर पर उभरीं आनंदीबेन ने संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी संभाली और उनके अच्छे काम को देखते हुए वर्ष 1994 में उन्हें पार्टी ने राज्यसभा भेज दिया उस दौरान आनंदीबेन पटेल की उम्र 53 वर्ष थी फिर वर्ष 1998 से 2012 तक वह लगातार गुजरात विधानसभा की सदस्य बनीं वहीं केशुभाई पटेल की गवर्नमेंट में आनंदीबेन पटेल को शिक्षामंत्री बनाया गया वहीं वर्ष 2007-14 तक उन्होंने राजस्व मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली

गुजरात की पहली स्त्री सीएम

नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद 22 मई 2014 को आनंदीबेन पटेल ने गुजरात की पहली स्त्री मुख्यमंत्री होने का खिताब अपने नाम किया बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने राज्य को 100 फीसदी खुले में शौच-मुक्त करने का अभियान चलायाइसके अतिरिक्त स्त्रियों के लिए कैंसर की जांच और निःशुल्क में उपचार की सुविधा प्रारम्भ की इसके अतिरिक्त आनंदीबेन पटेल ने सर्वसम्मति से नर्मदा के पानी को खेत तक पहुंचाने के लिए जमीन संपादक का अभियान चलाया

आनंदीबेन पटेल का ख्यमंत्री कार्यकाल काफी उपलब्धियों से भरा रहा वर्ष 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी और गुजरात के व्यापारिक प्रतिनिधि मंडल के साथ बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने चीन का दौरा किया वहीं बाद में निजी कारणों के चलते उन्होंने मुख्यमंत्री पद से त्याग-पत्र दे दिया उनके बाद विजय रूपाणी को गुजरात का अलग मुख्यमंत्री बनाया गया था वर्ष 2018 को आनंदीबेन पटेल ने मध्यप्रदेश का कार्यभार संभाला फिर 15 अगस्त 2018 में आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ के गवर्नर का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया और फिर वर्तमान समय में वह यूपी की गवर्नर पद की जिम्मेदारियां संभाल रही हैं

आयरन लेडी

आनंदीबेन पटेल ने राजनीति में जो भी जिम्मेदारियां संभाली, उन्होंने अपनी एक अलग लकीर खींची राजनीति में प्रवेश के बाद आनंदीबेन पटेल की पहचान एक कठोर प्रशासक के तौर पर रही वह ‘आयरन लेडी’ के तौर पर भी जानी जाती हैं

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