West Bengal में इस वजह से कांग्रेस को नहीं मिल रही Bharat Jodo Nyay Yatra निकालने की मंजूरी
सिलीगुड़ी। कांग्रेस पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को बोला कि उनकी पार्टी को राज्य में हिंदुस्तान जोड़ो इन्साफ यात्रा के हिस्से के रूप में कुछ जनसभाओं के आयोजन को स्वीकृति प्राप्त करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां सिलीगुड़ी में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए चौधरी ने बोला कि पार्टी कुछ स्थानों पर जनसभाएं करना चाहती है लेकिन विद्यालय की परीक्षाओं की वजह से स्वीकृति नहीं दी गयी।
उन्होंने कहा, कुछ स्थानों पर परीक्षाओं का हवाला देते हुए हमें जनसभाएं करने की स्वीकृति नहीं मिल रही है और हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हिंदुस्तान जोड़ों इन्साफ यात्रा को असम सहित पूर्वोत्तर में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और अब हम पश्चिम बंगाल में भी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। बृहस्पतिवार रात को इस मुद्दों पर चौधरी ने बोला कि हमने सोचा था कि पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर हमें जनसभाएं करने के लिए रियायत मिलेगी लेकिन प्रशासन कह रहा है कि वे स्वीकृति नहीं दे सकते।
मणिपुर में 14 जनवरी से प्रारम्भ हुई राहुल गांधी की प्रतिनिधित्व वाली यह यात्रा बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल पहुंची और दो दिनों तक राज्य में रुकी रहेगी। यात्रा 28 जनवरी से प्रारम्भ होगी। वहीं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) ने हालांकि दावा किया कि पश्चिम बंगाल में प्रशासन सियासी असर से मुक्त है। तृण मूल काँग्रेस सांसद शांतनु सेन ने कहा, विपक्षी गठबंधन इण्डिया के पश्चिम बंगाल में टूटने की वजह अधीर चौधरी ही हैं। दूसरी बात, सभी विपक्षी दल राज्य में कार्यक्रम करते हैं, किसी को कोई कठिनाई नहीं होती। विद्यालयों में बोर्ड परीक्षाएं होने के कारण प्रशासन ने यह निर्णय लिया होगा।