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West Bengal: संदेशखाली में हथियार मिलने के बाद पश्चिम बंगाल की राजनीति में आया उबाल

संदेशखाली में हथियार मिलने के बाद एक बार फिर पश्चिम बंगाल की राजनीति में उबाल आ गया है. बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बंगाल गवर्नमेंट पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं और दावा किया है कि संदेशखाली में मिले हथियार विदेशी हैं. शुभेंदु अधिकारी ने मांग की कि तृण मूल काँग्रेस पार्टी को आतंकवादी संगठन घोषित कर देना चाहिए.

शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी और तृण मूल काँग्रेस पर लगाए आरोप
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में CBI ने बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए हैं. ये हथियार कारावास में बंद तृण मूल काँग्रेस नेता शाहजहां शेख के सम्बन्धी के ठिकाने से बरामद किए गए हैं. बरामद किए गए हथियारों में विदेशी हथियार भी शामिल हैं. इस मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने बोला कि ‘संदेशखाली में मिले सभी हथियार विदेशी हैं. विस्फोटक जैसे आरडीएक्स राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल हुआ. इन सभी हथियारों को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादियों ने इस्तेमाल किया. आतंकवादियों के लिए राज्य स्वर्ग बन गया है. लोगों ने खादीकुल, एगरा में जो ट्रेलर देखा था, आज उन्होंने संदेशखाली में हथियार मिलने के साथ ही पूरी फिल्म देख ली. इस घटना के लिए ममता बनर्जी उत्तरदायी हैं और मैं मांग करता हूं कि ममता बनर्जी को अरैस्ट किया जाए और तृणमूल कांग्रेस पार्टी पार्टी को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाना चाहिए.

शाहजहां शेख के सम्बन्धी के घर से बरामद हुए हथियार
गौरतलब है कि CBI ने शुक्रवार को संदेशखाली के सारबेरिया स्थित एक घर पर छापेमारी की. यह घर शाहजहां शेख के सम्बन्धी का कहा जा रहा है. इस छापेमारी में घर से भारी संख्या में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है. छापेमारी में तीन विदेशी रिवॉल्वर, एक भारतीय रिवॉल्वर, कोल्ट कंपनी द्वारा निर्मित पुलिस की रिवॉल्वर, एक विदेशी पिस्टल, एक बंदूक, 9 एमएम की 120 गोलियां, पॉइंट 45 कैलिबर की 50 कारतूस, पॉइंट 380 के 50 कारतूस और पॉइंट 32 के 8 कारतूस बरामद किए गए हैं. CBI टीम संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय टीम पर हुए हमले की जांच कर रही है. CBI टीम ने रोबोट की सहायता से घर की तलाशी ले रही है. साथ ही घर में कहीं अन्य स्थान पर तो हथियार नहीं छिपाए गए हैं, इसके लिए मेटल डिटेक्टर की भी सहायता ली जा रही है. वहीं बंगाल गवर्नमेंट संदेशखाली मुद्दे की जांच CBI से कराने के उच्च न्यायालय के निर्णय के विरुद्ध उच्चतम न्यायालय पहुंच गई है.

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