दृष्टि संबंधी विभिन्न गुनाह क्या हैं?
मायोपिया या निकट-दृष्टि दोष
इसमें आदमी पास की वस्तुओं को तो देख सकता है, लेकिन दूर की वस्तुओं को साफ नहीं देख सकता। यह तब होता है, जब आंख की पुतली लंबी हो जाती है।
हाइपरमेट्रोपिया या दूर दृष्टि दोष
इस स्थिति में आदमी दूर की वस्तुओं को तो देख सकता है लेकिन पास की वस्तुओं को साफ नहीं देख सकता। पीड़ित आदमी पास की वस्तुओं को तिरछी नजर से देखता है।
जरा दृष्टि दोष
इसमें इर्द-गिर्द की वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता का क्रमिक हानि हो जाता है। इसके लक्षण आमतौर पर 40 वर्ष की उम्र के आसपास प्रारम्भ होते हैं और 65 वर्ष तक गंभीर हो जाते हैं।
मोतियाबिंद
इसमें आंख का लेंस उत्तरोत्तर धुंधला होता जाता है। मोतियाबिंद में आदमी के नेत्र के लेंस के ऊपर एक झिल्ली (अपारदर्शी हो जाना) बन जाती है। मोतियाबिंद से आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगती है।
असरदार व्यायाम
- पामिंग: हाथों को आपस में रगड़ें और फिर अपनी आंखें बंद करें। हाथों को आंखों पर रखें और 3-5 मिनट तक गहरी सांस लें।
- पलक झपकना: सचेत रूप से पलकें झपकने और आंसू निकलने से आंखों को सहायता मिलती है, जो हमारी आंखों को नमी प्रदान करती है।
- नियम: डिजिटल उपकरणों के कारण होने वाले तनाव को रोकने के लिए, एक्सपोजर के हर 20 मिनट में बस 20 सेकंड के लिए लगभग 20 फुट दूर की किसी चीज़ को देखें।
कंप्यूटर विजन सिंड्रोम से बचें
डॉक्टरों का बोलना है कि टैबलेट, कंप्यूटर और SmartPhone के बढ़ते इस्तेमाल के साथ आंखों के स्वास्थ्य पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो गया है। आजकल कंप्यूटर विजन सिंड्रोम (सीवीएस) लगभग सभी को प्रभावित कर रहा है।
लोग अपने दिन का एक बड़ा हिस्सा इन उपकरणों को दे रहे हैं, जिसकी वजह से सिरदर्द, आंखों में जलन, आंखों की थकान और धुंधली दृष्टि जैसी समस्याएं विकसित होना सामान्य है। परेशानियों से बचने के लिए इन उपकरणों के इस्तेमाल में एक अंतराल जरूर लेकर आएं ताकि आपके अंगों और दृष्टि को थोड़ा आराम भी मिल सके।