सोनपुर जाने के लिए आपके पास कई सस्ते और बेहतरीन विकल्प उपलब्ध,जानें किराया
हरिहर क्षेत्र में एशिया के सबसे बड़े सोनपुर जाने के लिए आपके पास कई सस्ते और बेहतरीन विकल्प मौजूद का आगाज हो चुका है। यह मेला इतना खास है कि इसमें केवल बिहार ही नहीं, बल्कि दूसरे राष्ट्रों से भी पर्यटक पहुंचते हैं। एक महीने तक चलने वाले इस भव्य और अनोखे मेले में यदि आप भी पहुंचना चाहते हैं, तो बता दें कि राजधानी पटना से सोनपुर जाने के लिए आपके पास कई सस्ते और बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं।
अगर आपको सोनपुर मेला जाना है तो गांधी मैदान के बांकीपुर बस पड़ाव से बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बस सेवा का फायदा उठा सकते हैं। दरअसल, यहां सेसोनपुर के लिए प्रत्येक 30 मिनट पर एक बस खुलती है। मेले के लिए अभी 30 बसें चलाई जा रही हैं, जिसका किराया मात्र 63 रुपए हैं। बता दें कि ये बसें सुबह 06 बजे से रात 08 बजे तक चल रही हैं।
वहीं, पटना जंक्शन और पाटलिपुत्र जंक्शन से सीधे सोनपुर के लिए कई ट्रेनें भी चलाई जा रही है। पटना जंक्शन से सुबह 08 बजकर 15 मिनट पर वाहन संख्या-03284 पटना-बरौनी मेमू खुलती हैं। वहीं, पाटलिपुत्र जंक्शन से सुबह 07 बजे से रात 08 बजे तक कई ट्रेनों का विकल्प मिल जाता है। गौरतलब है कि इन ट्रेनों का टिकट मात्र 10 रुपए से प्रारम्भ है।
वापसी में भी मिल जाएगी बस और ट्रेन
सोनपुर मेले से पटना वापस आने के लिए आखिरी बस शाम 7.30 बजे तक आपको मिल जाएगी। वहीं, यदि रात्रि में सिनेमाघर इत्यादि के कारण वापसी करने का इरादा नहीं है, तो भीपटना आने के लिए सोनेपुर और हाजीपुर स्टेशनों से सुबह से ही कई ट्रेनें भी मौजूद हैं। बता दें कि आखिरी ट्रेन 05265 दरभंगा-पाटलिपुत्र मेमू स्पेशल सोनपुर से शाम 6 बजकर 35 मिनट पर पाटलिपुत्र जंक्शन के लिए खुलती है।
मेला प्रारम्भ होते ही क्यों हो गया था बंद?
प्रशासन द्वारा व्याप्त कुव्यवस्था के विरोध में क्षेत्रीय लोगों और व्यापारियों ने मेले को बंद करने का फैसला लिया था। लोगों का तर्क था कि बिहार के राजगीर में कुछ ही दिन पहले मलमास मेले का आयोजन हुआ था। जिसमें पहले दिन से ही खेल-तमाशे, झूला, मारुती, मृत्यु का कुआं, सर्कस, थियेटर आदि को लाइसेंस देकर मेले को सजाया गया था। परंतु, हरिहर क्षेत्र के सोनपुर मेले के उद्घाटन के हफ्ते भर बाद भी किसी प्रकार का लाइसेंस न देकर मेले को पूरी तरह से खत्म करने की षड्यंत्र रची जा रही है। हालांकि, शनिवार शाम से मेले को फिर से प्रारम्भ कर दिया गया है।