रोहित शर्मा : मुझे केपटाउन की पिच पर खेलने में नहीं है कोई दिक्कत
क्रिकेट। दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टेस्ट मैच जीतने के बाद रोहित शर्मा ने आईसीसी के विरुद्ध एक प्रतीकात्मक लक्ष्य हासिल कर लिया। रोहित ने बोला कि उन्हें केपटाउन जैसी पिचों पर खेलने में कोई परेशानी नहीं है, जब तक अन्य टीमें भारतीय पिचों को लेकर चुप रहती हैं।
‘भारतीय पिचों के बारे में कम्पलेन करना बंद करें’
रोहित ने कहा, इस मैच में जो हुआ वो सबने देखा। जब तक आप भारतीय पिचों के बारे में कम्पलेन करना बंद नहीं करते, मुझे इस पिच पर खेलने में कोई परेशानी नहीं है। इसलिए अपना मुंह बंद रखें। यहां खेलना एक जोखिम था, एक चुनौती थी, हिंदुस्तान में आपके कद के बावजूद भी आपको चुनौती का सामना करना पड़ता है। बोला जाता है कि हिंदुस्तान में, जब पटरियाँ पहले दिन से ही घुमाई जाती हैं तो धूल उड़ती है। वर्ल्ड कप फाइनल में शतक लगाया और पिच को खराब बताया। पिच देखने के बाद रेटिंग करें, राष्ट्र देखने के बाद नहीं।
दूसरे टेस्ट मैच में 107 ओवर फेंके गए
आपको बता दें कि केपटाउन में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच महज डेढ़ दिन में ही समाप्त हो गया था। इस मैच में केवल 107 ओवर फेंके गए। पूरे टेस्ट मैच में तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा। पहले दिन ही गिरे 23 विकेट। वहीं, दूसरे दिन भी 10 विकेट गिरे। हालाँकि, हिंदुस्तान ने दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। हिंदुस्तान ने केपटाउन में पहली बार कोई टेस्ट मैच जीता है।
पिच पर स्विंग और सीम है
जहां तक केपटाउन की पिच की बात है तो पहले सत्र में स्विंग और सीम दोनों मूवमेंट देखने को मिले। पिच में दरार के कारण पहले दिन से ही मिश्रित उछाल रहा और मैच के एक सत्र में दक्षिण अफ्रीका केवल 55 रन पर आउट हो गया। मैच की पहली पारी में हिंदुस्तान अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका और नाटकीय ढंग से 153 रन पर आउट हो गया। मैच की दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज एक बार फिर भिन्न-भिन्न उछाल से परेशान रहे और एडेन मार्कराम को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज 15 रन से आगे नहीं बढ़ सका।