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आईपीएल के इस नियम पर भड़के पूर्व भारतीय बल्लेबाज वसीम जाफर

पूर्व भारतीय बल्लेबाज वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) के एक नियम को लेकर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने इस नियम को भारतीय क्रिकेट के लिए भी चिंता कहा है. जाफर ने इंपैक्ट प्लेयर को लेकर अपनी बात सोशल मीडिया पर रखी. बता दें कि दुबई में इंडियन प्रीमियर लीग के अगले सीजन (IPL-2024) के लिए ऑक्शन 19 दिसंबर को होनी है.

भारतीय क्रिकेट के लिए चिंता

45 वर्षीय वसीम जाफर (Wasim Jaffer) चाहते हैं कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम को भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) से बाहर कर दिया जाए. मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट में लंबे समय तक खेलने वाले जाफर ने माना कि ऑलराउंडरों की कमी और बल्लेबाजों का गेंदबाजी नहीं करना भारतीय क्रिकेट के लिए चिंता का प्रमुख विषय है.

2023 से प्रारम्भ हुआ ये नियम

इम्पैक्ट प्लेयर नियम को इंडियन प्रीमियर लीग के पिछले सीजन (IPL-2023) में पेश किया गया था. ये टीमों को मैच के दौरान एक खिलाड़ी को स्थानापन्न करने की अनुमति देता है. जाफर ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) एकाउंट पर पोस्ट किया- ‘मुझे लगता है कि इंडियन प्रीमियर लीग को इम्पैक्ट प्लेयर नियम को हटाने की आवश्यकता है, क्योंकि ये ऑलराउंडरों को अधिक गेंदबाजी करने के लिए प्रोत्साहित नहीं कर रहा है. ऑलराउंडर्स की कमी और बल्लेबाजों का गेंदबाजी नहीं करना भारतीय क्रिकेट के लिए चिंता का एक प्रमुख विषय है’

क्या है इंपैक्ट प्लेयर नियम?

इस नियम के तहत, दोनों टीमें प्लेइंग-11 के अतिरिक्त अधिकतम पांच स्थानापन्न खिलाड़ी यानी सब्स्टीट्यूट को नॉमिनेट कर सकती हैं. इनमें से किसी एक प्लेयर को पारी की आरंभ से पहले, ओवर समाप्त होने के बाद या किसी विकेट के गिरने और बल्लेबाज के रिटायर होने पर उतारा जा सकता है. तुषार देशपांडे लीग इतिहास में पहले इंपैक्ट प्लेयर बने थे, जब उन्हें अंबाती रायुडू की स्थान सब्स्टीट्यूट के तौर पर उतारा गया. वसीम जाफर के करियर की बात करें तो उन्होंने हिंदुस्तान के लिए 31 टेस्ट और 2 वनडे खेले. इसके अतिरिक्त उन्होंने 260 फर्स्ट क्लास मैचों में 57 शतक लगाते हुए कुल 19410 रन बनाए हैं. घरेलू क्रिकेट में उनके नाम कई रिकॉर्ड्स जरूर दर्ज हैं.

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