हसन रजा ने भारतीय टीम पर लगाया बेईमानी का आरोप, शमी ने पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर को दिया मुंहतोड़ जवाब
क्रिकेट न्यूज डेस्क: विश्व कप 2023 में हिंदुस्तान की कामयाबी से निराश पाक के पूर्व क्रिकेटर हसन रजा ने आईसीसी और बीसीसीआई पर टीम इण्डिया का पक्ष लेने का इल्जाम लगाया। उन्होंने बोला कि आईसीसी भारतीय तेज गेंदबाजों को अलग गेंद दे रही है, जिससे उन्हें स्विंग करने में सहायता मिल रही है। कुल मिलाकर हसन रजा ने भारतीय टीम पर बेईमानी का इल्जाम लगाया। अब भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपना उत्तर दिया है। शमी ने हसन रजा की क्लास ली और वसीम अकरम का नाम लेते हुए बोला कि उन्होंने जो समझाया वह उन्हें समझ नहीं आया। अब लज्जा करो।
हसन रजा ने क्या कहा?
एक पाकिस्तानी समाचार चैनल से बात करते हुए, हसन रज़ा ने दावा किया कि मेजबान टीम को प्रतिद्वंद्वी की तुलना में एक अलग गेंद मिली और उन्हें लगा कि यही कारण है कि भारतीय तेज गेंदबाजों को अतिरिक्त सीम मूवमेंट और स्विंग मिल रही है। उन्होंने कहा- हम देख रहे हैं कि जब भारतीय खिलाड़ी बल्लेबाजी करते हैं तो काफी अच्छी बल्लेबाजी करते हैं और जब हिंदुस्तान गेंदबाजी करता है तो अचानक गेंद घूमने लगती है। उनके पक्ष में सात-आठ करीबी डीआरएस कॉल आई हैं। जिस तरह से सिराज और शमी गेंद को स्विंग करा रहे थे, उससे लग रहा था कि आईसीसी या बीसीसीआई उन्हें दूसरी पारी में अलग गेंद दे रहे हैं। गेंद की जांच होनी चाहिए। स्विंग के लिए गेंद पर कोटिंग की एक अतिरिक्त परत भी हो सकती है।
शमी का जवाब?
अब शमी ने उस बयान का वीडियो अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया और लिखा कि हिंदुस्तान विश्वासघात दे रहा है? तुम्हें लज्जा आनी चाहिए दोस्त! खेल पर ध्यान दें न कि अनावश्यक बकवास पर। कभी-कभी दूसरों की कामयाबी का आनंद लें। बकवास यार! यह आईसीसी विश्व कप है, आपका घरेलू टूर्नामेंट नहीं और आप एक खिलाड़ी थे ना? वसीम भाई (वसीम अकरम) ने खुलासा किया है, भले ही उन्होंने पूरा खुलासा किया हो! हाहा… (हँसी की अभिव्यक्ति)। आपको अपने खिलाड़ी वसीम अकरम पर भरोसा नहीं है। सर, आप तो अपनी प्रशंसा में लगे हैं।
हसन रजा के उत्तर में वसीम अकरम ने एक स्पोर्ट्स चैनल से बात करते हुए कहा- मैं पिछले कुछ दिनों से उनके बारे में पढ़ रहा हूं। उनका बयान मजाक जैसा लगता है क्योंकि उनका दिमाग ठिकाने पर नहीं है। आपको स्वयं को अपमानित करना है, हमें पूरी दुनिया के सामने अपमानित नहीं होने देना है।’ वसीम अकरम गेंद को स्विंग कराने की कला के बारे में भी विस्तार से बताते हैं। साथ ही कहा कि मैच के लिए गेंद का चयन कैसे किया जाता है।
वसीम अकरम ने पूरी प्रक्रिया समझाई
अकरम ने कहा- यह बहुत सरल है। मैच से पहले अंपायर आता है। 12 गेंदों का एक बॉक्स है। वहाँ चार अंपायर, एक रेफरी और ईश्वर जाने कितने लोग हैं। टॉस जीतने वाली टीम यदि गेंदबाजी करती है तो उसे 12 गेंदों में से एक गेंद मिलती है जो टीम पहले गेंदबाजी करेगी। इसके बाद वह टीम दूसरी गेंद उठाती है और उसे अपना दूसरा विकल्प बनाती है। इसके बाद अंपायर दोनों गेंदों को अपनी दोनों जेबों में अपने पास रख लेता है, ताकि यदि पहली गेंद खराब हो जाए तो दूसरी गेंद निकालकर दी जा सके। इसके बाद अंपायर बाकी आठ गेंदों को उसी बॉक्स में दूसरे ड्रेसिंग रूम में ले जाता है। वही चार अंपायर और रेफरी होते हैं। वहां जाकर दूसरी टीम भी दो गेंदें चुनती है। फिर वे सभी अधिकारी चौथे अंपायर और मैच रेफरी के पास जाते हैं और उन्हें बताते हैं कि दोनों टीमों ने कौन सी गेंद चुनी है और उन्हें सौंप देते हैं। रेफरी और अंपायर के साथ-साथ कई लोग होते हैं। तो ये कौन लोग हैं जो सोचते हैं कि सहायता मिलेगी? डिवाइस से गेंद कैसे स्विंग हो सकती है।
शोएब और मिस्बाह ने भी निंदा की
वसीम ने कहा- हम बात कर रहे हैं कि हिंदुस्तान के अतिरिक्त दुनिया के किसी भी गेंदबाज को सहायता नहीं मिल रही है। लेकिन उन्हें इस बात पर भी विचार करना चाहिए कि भारतीय गेंदबाजों ने स्विंग करने का एक अलग तरीका ढूंढ लिया होगा। भारतीय गेंदबाज अब अलग फॉर्म में हैं। उस पर मिस्बाह का बोलना है कि भारतीय गेंदबाजों ने सीम पर काफी काम किया है और रीप्ले में यह साफ नजर आ रहा है। साथ ही शोएब मलिक का बोलना है कि जब किसी को कामयाबी मिलती है तो हम (पाकिस्तानी) उसकी प्रशंसा नहीं करते। हम उससे सीखने की प्रयास नहीं करते। हमारा पहला विचार नकारात्मक होता है। हम नकारात्मक चीजें लेकर आते हैं। हमें इससे सीखना चाहिए। जब वसीम अकरम आखिर कहते हैं- खाली दिमाग शैतान का घर होता है।