भारत-पाकिस्तान मैच में ही रिजर्व-डे क्यों: श्रीलंका और बांग्लादेश के कोच नाराज, ACC बोला…
एशिया कप-2023 के सुपर-4 मुकाबले कोलंबो में होंगे। फाइनल भी यहीं खेला जाएगा। शुक्रवार को पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड (PCB) की एडवाइजरी ने पहले से विवादों में चल रहे इस टूर्नामेंट में एक और टकराव जोड़ दिया।
इस एडवाइजरी में कहा गया कि 10 सितंबर को होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच के लिए 11 सितंबर को एक रिजर्व-डे रखा गया। ताकि मैच यदि बारिश के कारण 10 को पूरा न हो सके तो इसे अगले दिन भी खेला जा सके। लेकिन, इसके अतिरिक्त सुपर-4 के किसी अन्य मैच में रिजर्व-डे नहीं होगा। यानी श्रीलंका और बांग्लादेश के मुकाबले के दिन बारिश ने पानी फेरा तो दूसरे दिन खेल कराने का ऑप्शन नहीं होगा।
इस निर्णय पर दोनों टीमों के कोच ने नाराजगी जताई है। मीडिया ने इसके बाद एशियाई राष्ट्रों के क्रिकेट बोर्ड से इस मसले पर उनकी राय जानने की प्रयास की। हमने एशियन क्रिकेट काउंसिल से भी यह प्रश्न पूछा कि यदि क्रिकेट में सभी टीमों की वैल्यू बराबर है तो फिर भारत-पाकिस्तान मैच को स्पेशल ट्रीटमेंट क्यों दी जा रही है।
हमें जो मालूम हुआ उसे आप दो तरह समझ सकते हैं। एक हैं संक्षिप्त जवाब…।पैसा। दूसरा है कि विस्तृत उत्तर यानी डिटेल्ड एक्सप्लानेशन। यह आप स्टोरी में आगे पढ़ेंगे।
बांग्लादेशी कोच बोले- मैंने इस तरह नियम बदलते पहले नहीं देखा
बांग्लादेश के कोच चंडिका हथुरुसिंघा ने कहा- मैंने इस तरह बीच टूर्नामेंट से नियम बदलते हुए नहीं देखा। यह ठीक नहीं है। हालांकि, सभी टीमों की टेक्निकल कमेटी यहां उपस्थित है और सभी ने मिलकर किसी ठोस कारण से यह निर्णय लिया होगा। हम चाहते थे कि हमें भी एक रिजर्व-डे मिले। इस पर अधिक कमेंट नहीं करूंगा, क्योंकि निर्णय हो चुका है।
श्रीलंकाई कोच बोल- हम सरप्राइज्ड हैं, लेकिन कुछ कर नहीं सकते
श्रीलंकाई कोच क्रिस सिल्वरवुड कहते हैं- पहले थोड़ा सरप्राइज हुआ। हम टूर्नामेंट का आयोजन नहीं कर रहे हैं, इसलिए इस बारे में कुछ नहीं कर सकते हैं। मुझे इससे सिर्फ़ इतनी कठिनाई है कि यदि रिजर्व-डे किसी टीम को पॉइंट्स दिलाता है, तो इससे टेबल में हमारा जगह प्रभावित होगा। लेकिन, अब जो निर्णय हो गया है, उसे लेकर हम कुछ कर नहीं सकते।
श्रीलंका बोर्ड के अधिकारी बोले- हम मजबूर हैं
श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड के एक मेंबर ने नाम सार्वजनिक न करने की शर्त पर बोला – इस मसले में हम मजबूर हैं। यह एशियन क्रिकेट काउंसिल के टॉप लेवल के ऑफिसरों का समस्या है। हम टूर्नामेंट के ऑफिशियल होस्ट नहीं हैं। पाक होस्ट है और एडवाइजरी उसी की ओर से आई है। हिंदुस्तान से उनकी बात हुई होगी।’
एशियन क्रिकेट काउंसिल का रोना…।, ब्रॉडकास्टर्स और एडवरटाइजर्स दवाब बनाते हैं
एशियन क्रिकेट काउंसिल के मैनेजिंग बोर्ड का हिस्सा एक अधिकारी ने मीडिया को बताया- ‘हमें टूर्नामेंट समाप्त भी करना है, सारे मैच रिजर्व-डे पर नहीं कर सकते हैं। जहां तक भारत-पाकिस्तान मैच के लिए रिजर्व-डे रखने की बात है, तो इस मैच की सबसे अधिक डिमांड होती है। किसी भी टूर्नामेंट का सबसे जरूरी मैच भारत-पाकिस्तान मैच होता है। जो इस टूर्नामेंट में इन्वेस्ट कर रहे हैं, वे इसी मैच के लिए इन्वेस्ट कर रहे हैं। ब्रॉडकास्टर्स हो या फिर एडवरटाइजर्स। सभी आपको इसी मैच के लिए पैसा देते हैं।
पहला भारत-पाकिस्तान मैच बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका। हमारे ऊपर दबाव था कि इनके बीच 10 सितंबर को होने वाले दूसरे मुकाबले के लिए रिजर्व-डे रखा जाए। लोगों को बात समझनी होगी कि यह निर्णय क्यों किया गया है।
बाकी बोर्ड की ऑब्जेक्शन पर वे कहते हैं कि वे क्यों ऐसा करेंगे। उन्हें भी पता है कि यह सबसे जरूरी मैच है और पाक होस्ट भी है। ऐसे में उनके भी मसले हैं, जैसे- टिकट बिक्री, ब्राॅडकास्टर्स और एडवरटाइजर्स। हमने फाइनल के लिए भी रिजर्व-डे रखा है।
सवाल: इस मुकाबले को इतनी अहमियत क्यों दी जाती है?
जवाब: क्रिकेट का अल क्लासिको है भारत-पाकिस्तान मैच
भारत-पाकिस्तान मुकाबला क्रिकेट का अल क्लासिको बोला जाता है। यानी सबसे क्लासिक मैच। अल क्लासिको फ्रेज कहां से आया वह आप स्टोरी के आखिर में पढ़ सकते हैं। लौटते हैं मैच की अहमियत पर।
इस मुकाबले की व्यूअरशिप टूर्नामेंट के अन्य मैचों से अधिक होती है। इसीलिए किसी भी टूर्नामेंट में इस मुकाबले की डिमांड सबसे अधिक होती है। एशिया कप हो या वर्ल्ड कप। ICC भी इस बहती गंगा में हाथ धोने के लिए अपने हर टूर्नामेंट में भारत-पाकिस्तान मैच जरूर कराता है। ताकि मोटी कमाई हो।
सवाल: ब्रॉडकास्टर्स और एडवरटाइजर्स IND-PAK मैच की डिमांड क्यों करते हैं?
जवाब: इस मुकाबले पर पूरे विश्व के फैंस की नजरें होती हैं। ब्रॉडकास्टर्स को एडवर्टाइजर से मोटी धनराशि मिलती है। भारत-पाकिस्तान मैच में 10 सेकेंड के एडवर्टाइजिंग स्लॉट हिंदुस्तान के अन्य मैचों की तुलना में तीन से चार गुना अधिक धनराशि पे बिकते हैं।
सवाल: क्या भारत-पाकिस्तान मैच से कमाई का कोई और जरिया भी है?
जवाब: कमाई के मल्टीपल स्ट्रीम हैं
- टिकट की बिक्री: होस्ट क्रिकेट बोर्ड इस मुकाबले के टिकट बेचकर कमाई करते हैं।
- ब्रॉडकास्टिंग राइट्स : टूर्नामेंट से पहले ब्राॅडकास्टिंग राइट्स नीलाम किए जाते हैं। इससे आयोजक क्रिकेट बोर्ड यानी ICC या ACC को भारी कमाई होती है।
- स्पांसरशिप : टूर्नामेंट का टाइटल, प्लेयर ऑफ द सीरीज और मैन ऑफ द मैच की स्पांसरशिप नीलाम की जाती है। इससे भी मोटी कमाई होती है।
सवाल: होस्ट सिटी को क्या लाभ है?
जवाब: टूरिज्म बढ़ता है।
भारत-पाकिस्तान मैच देखने पूरे विश्व के भारतीय और पाकिस्तानी उस शहर को विजिट करते हैं, जहां यह मुकाबला होता है। कैंडी-कोलंबो का उदाहरण ही ले लीजिए। इन मैचों से एक सप्ताह पहले ही इन दोनों शहरों के पूरे होटल्स बुक हो चुके हैं।
आखिर में जान लेते हैं अल क्लासिको क्या है
यह फ्रेज स्पेन से आया है। स्पेनिश फुटबॉल लीग में रियाल मैड्रिड और बार्सिलोना क्लब के बीच होने वाले मुकाबले को अल क्लासिको बोला जाता है। यानी सबसे क्लासिक मैच। सबसे अहम मुकाबला। सबसे बड़ी भिड़ंत।