क्या कोहली को नंबर-4 पर करनी चाहिए बल्लेबाजी…
क्रिकेट न्यूज डेस्क।। क्रिकेट की दुनिया के दो सबसे बड़े टूर्नामेंट निकट हैं और इन दोनों टूर्नामेंट में टीम इण्डिया खिताब की प्रबल दावेदार है। हिंदुस्तान को 30 अगस्त से प्रारम्भ होने वाले एशिया कप में भाग लेना है और इसके बाद वह विश्व कप भी खेलेगा। ये दोनों टूर्नामेंट हिंदुस्तान के लिए बहुत अहम हैं। लेकिन इससे पहले भारतीय क्रिकेट में एक बहस प्रारम्भ हो गई है। यह बहस विराट कोहली के बल्लेबाजी क्रम को लेकर है और इस बहस की आरंभ टीम इण्डिया के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने की थी। शास्त्री ने हाल ही में बोला था कि कोहली को नंबर-4 पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। शास्त्री के बयान के बाद इस चर्चा ने बल पकड़ लिया है। कोहली अभी नंबर-3 पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। ऐसे में क्या कोहली को नंबर-4 पर बल्लेबाजी करनी चाहिए?
इस प्रश्न का उत्तर पाने से पहले आइए जानते हैं कि शास्त्री ने नंबर-4 को लेकर बयान क्यों दिया। दरअसल, हिंदुस्तान के पास नंबर 4 पर कोई खास बल्लेबाज नहीं है। टीम इण्डिया इस प्रश्न का उत्तर 2019 वर्ल्ड कप से तलाश रही है। श्रेयस अय्यर के रूप में उन्हें एक बल्लेबाज मिला लेकिन बार-बार चोट लगने के कारण वह रन आउट हो रहे हैं। अय्यर अब फिट होकर टीम में लौट आए हैं और उन्हें एशिया कप के लिए चुना गया है, लेकिन इस पर अभी भी बहस जारी है क्योंकि कोहली की फिटनेस कोई बड़ा मामला नहीं है। वह खेलना जारी रखता है।
टीम इण्डिया को हानि नहीं होना चाहिए
शास्त्री ने यहां तक कहा कि कोहली को नंबर-4 पर खेलना चाहिए, लेकिन यदि ऐसा हुआ तो हिंदुस्तान कठिन में पड़ सकता है। इसका सबसे बड़ा और अहम कारण ये है कि दो बड़े टूर्नामेंट से पहले अपना बैटिंग ऑर्डर बदलने से ना केवल कोहली नाराज हो सकते हैं बल्कि टीम का बैटिंग ऑर्डर भी खराब हो सकता है। कोहली निश्चित तौर पर टीम इण्डिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। हर टीम चाहती है कि उसका सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज अधिक से अधिक गेंदें खेले ताकि वह अधिक से अधिक रन बना सके। नंबर-4 पर आने वाले कोहली उतनी बल्लेबाजी नहीं कर पाएंगे जितनी नंबर-3 पर करते हैं, ऐसे में रनों पर असर पड़ेगा। इससे टीम पर दबाव भी पड़ता है।
शीर्ष क्रम में आपको एक ऐसे बल्लेबाज की आवश्यकता होती है जो दूसरी टीम पर हावी हो सके और उन पर दबाव बनाकर पीछे से आने वाले बल्लेबाजों का काम सरल कर सके। टीम की पूरी बैटिंग देखने के बाद यह साफ है कि रोहित और कोहली इस काम में माहिर हैं और इसलिए इन दोनों का टॉप ऑर्डर में रहना महत्वपूर्ण है। शीर्ष क्रम मजबूत रहेगा तो टीम के बड़े स्कोर की उम्मीदें बनी रहेंगी। रोहित के साथ शुबमन गिल ओपनिंग कर रहे हैं। गिल युवा हैं और वनडे में उनका हालिया फॉर्म अच्छा नहीं रहा है, इसलिए कोहली के लिए शीर्ष क्रम में रहना जरूरी है ताकि यदि शीघ्र झटका लगे तो कोहली उस पर ध्यान केंद्रित कर सकें जिसमें वह माहिर हैं। टीम का कोई भी अन्य बल्लेबाज इस उपलब्धि में कोहली के आसपास भी नहीं है।
कोई आवश्यकता नहीं है
शास्त्री ने कोहली को नंबर 4 पर खिलाने की बात कही और फिर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में कोहली के साथ खेलने वाले दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स ने भी ऐसा ही किया। कोहली के नंबर-4 के आंकड़े अच्छे हैं, इसलिए ये बातें सामने आ रही हैं। कोहली ने इस नंबर पर 39 पारियां खेली हैं और 55.21 की औसत से 1767 रन बनाए हैं। कोहली ने इस नंबर पर सात शतक भी लगाए हैं लेकिन उस समय टीम में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे बल्लेबाज थे जो शीर्ष पर थे। | यदि क्रम मजबूत हुआ तो कोहली को नंबर 4 पर खेलने के लिए विवश होना पड़ा। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। इसके अलावा, कोहली को नंबर 4 पर लाने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि अय्यर वापस आ गए हैं। वह नंबर-4 पर खेल रहे थे और यहां उनके आंकड़े भी अच्छे हैं। अय्यर के अतिरिक्त टीम के पास नंबर-4 के लिए सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, संजू सैमसन जैसे विकल्प हैं लेकिन नंबर-3 के लिए कोई विकल्प नहीं है, इसलिए दो बड़े टूर्नामेंट में इस नंबर के साथ प्रयोग करना काफी जोखिम भरा हो सकता है।