अब तक के 12 विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल मैचों में किन-किन खिलाड़ियों ने शतक बनाने में हासिल की कामयाबी…
नई दिल्ली : अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत-ऑस्ट्रेलिया के विश्व कप 2023 का फाइनल मैच खेला जा रहा है। इस मैच में भारतीय पारी खत्म हो गई है। नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच काफी धीमी है, जिसकी वजह से बैटरों के बल्ले से रन नहीं निकल पा रहा है। बॉल में उछाल की कमी है। पिच काफी गीली बताई जा रही है। ऐसी स्थिति में बड़ा स्कोर खड़ा नहीं हो पा रहा है। इस मैच में हिंदुस्तान के तीन बल्लेबाज रोहित शर्मा ने 47 रन, विराट कोहली ने 53 और केएल राहुल ने 66 रन बनाकर आउट हो गए। भारतीय टीम के किसी बैटर के बल्ले से शतक नहीं निकला है। सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि 1975 से लेकर 2007 तक के विश्व कप के 12 टूर्नामेंट में कुल 6 खिलाड़ियों ने ही 100 रन से अधिक मनोवैज्ञानिक स्कोर खड़ा करने में सफलता हासिल की है। विश्व कप 2023 में इस टूर्नामेंट 13वां फाइनल मैच भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा है। ऐसे में प्रश्न यह भी पैदा होता है कि क्या इस टूर्नामेंट में कोई बैटर 7वां सेंचुरी बना पाएगा? इससे पहले, आइए जान लेते हैं कि अब तक के 12 विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल मैचों में किन-किन खिलाड़ियों ने शतक बनाने में सफलता हासिल की है।
1975 के पहले फाइनल में क्लाइव लॉयड ने मारे थे 102 रन
क्रिकेट विश्व कप टूर्नामेंट की आरंभ साल 1975 में हुई थी। इसका फाइनल मैच 21 जून, 1975 को ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच लॉयड के मैदान पर खेला गया था। वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 60 ओवर में 8 विकेट पर 291 रन का स्कोर खड़ा किया था। इसमें कप्तान क्लाइव लॉयड ने 85 गेंदों पर 102 रनों की बहुत बढ़िया पारी खेली थी। इसमें उन्होंने 12 चौके और 6 छक्के जड़े थे। इस मैच में एक समय 50 के स्कोर पर वेस्टइंडीज के तीन विकेट गिर गए थे। क्लाइव लॉयड ने मोर्चा संभालकर रोहन कन्हाई के साथ चौथे विकेट के लिए 149 रनों की साझेदारी पारी खेली थी। क्लाइव लॉयड को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
1979 में विवियन रिचर्ड्स ने नाबाद 138 रन बनाए
1979 में दूसरे विश्व कप में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया था। यह मैच 23 जून 1979 को खेला गया था। इस मैच में वेस्टइंडीज के बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स ने 138 रनों की नाबाद जोरदार पारी खेली थी। इसमें उन्होंने 157 गेंदों पर 11 चौके और तीन छक्के जड़े थे। वेस्टइंडीज ने नौ विकेट खोकर 286 रनों का स्कोर खड़ा किया था। इसके उत्तर में इंग्लैंड की पूरी टीम 194 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। विवियन रिचर्ड्स को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया था।
1996 में अरविंद डी सिल्वा ने जड़े थे नाबाद 107 रन
क्लाउड लॉयड और विवियन रिचर्ड्स के बाद विश्व कप के फाइनल मैच में शतक जड़ने वाले तीसरे खिलाड़ी श्रीलंका के अरविंद डी सिल्वा है। उन्होंने 1996 के विश्व कप के फाइनल मुकाबले में करीब ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 107 रनों की नाबाद पारी खेली थी। यह फाइनल मैच लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेला गया था। इस मैच में अरविंद डी सिल्वा ने 124 गेंदों पर 107 रनों की जिताऊ पारी खेली थी। इसमें उन्हेांने 13 चौके मारे थे। इस मैच में श्रीलंका ने 245 रन बनाए थे और ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से शिकस्त दी थी।
2003 में रिकी पॉन्टिंग ने बनाए थे 121 रन
विश्व कप 2003 का फाइनल मैच दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में खेला गया था। इस मैच में सौरव गांगुली टीम इण्डिया के कप्तान थे। यह मैच हिंदुस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच 23 मार्च 2003 को खेला गया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के चार बैटरों ने 359 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया था, जिसमें रिकी पॉन्टिंग ने चार चौके और आठ छक्कों की सहायता से 121 रनों की पारी खेली थी। इस मैच में टीम इण्डिया के खिलाड़ी 234 के स्कोर ऑल आउट हो गए थे। ऑस्ट्रेलिया 125 रनों से मैच जीत गया था।
2007 में एडम गिलक्रिस्ट ने 149 रन बनाया
विश्व कप टूर्नामेंट का नौवां फाइनल मैच 28 अप्रैल 2007 को वेस्टइंडीज के ब्रिजटाउन में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी और एडम गिलक्रिस्ट ने 104 गेंद पर 149 रन की अंधाधुन्ध पारी खेली। ये विश्व कप फाइनल में खेली गई अब तक की सबसे बड़ी पारी है, जिसमें गिलक्रिस्ट ने 13 चौके और 8 छक्के लगाए थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने निर्धारित 38 ओवर में 4 विकेट खोकर 281 रन बनाए। उत्तर में श्रीलंका की टीम केवल 215 रन ही बना सकी और ऑस्ट्रेलिया ने डकवर्थ लुइस मैथड के अनुसार 53 रन से लगातार तीसरा विश्व कप फाइनल अपने नाम किया। गिलक्रिस्ट को बहुत बढ़िया सेंचुरी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।
2011 में महेला जयवर्धने ने जड़े थे 103 रन
विश्व कप टूर्नामेंट का 10वां फाइनल मैच हिंदुस्तान और श्रीलंका के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 2 अप्रैल 2011 को खेला गया था। इस मैच में खिताब जीतकर हिंदुस्तान दूसरी बार विश्व कप का विजेता बना था। इस मैच में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी किया था। कप्तान महेला जयवर्धने के 88 गेंद पर 103 रन की बहुत बढ़िया पारी खेली थी। श्रीलंकाई टीम ने 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 274 रन बनाए थे। उत्तर में टीम इण्डिया ने 4 विकेट खोकर मैच जीत लिया था। महेला जयवर्धने का शतक बेकार गया।