उत्तर प्रदेश

अनोखी पहल!60 वर्षों तक देगा फल, लाखों में मुनाफा: डीएचओ

 उत्तर प्रदेश में योगी गवर्नमेंट लगातार खेती-किसानी को सरल करने पर फोकस कर रही है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्हें कई प्रमुख योजनाओं का सीधे फायदा दिया जा रहा है. ऐसे में मिर्जापुर जनपद की जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन किसानों की आमदनी को दोगुना करने की दिशा में एक अनोखी पहल करने जा रही हैं. जनपद को एक बार फिर खजूर से हराभरा करने के लिए जिला प्रशासन ने खाका खींच लिया है. जनपद में बहुत जल्द ही खजूर के पौधे को लगाने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाएगी. इससे जनपद में खजूर की मिठास पसरने के साथ ही किसानों को इसकी खेती से अच्छा फायदा भी होने की आसार है.

बता दें, मिर्जापुर जनपद के किसान बड़े स्तर पर खेती-किसानी के व्यवसाय से जुड़े हैं. इसमें से ज्यादातर किसान पारंपरिक खेती करते आ रहे हैं. हालांकि अब धीरे-धीरे परंपरागत खेती की जगह पर उद्यानिकी और फलोद्यान की  तरफ भी किसानों का रुझान बढ़ा है. खासकर युवा किसान आधुनिक खेती के तकनीक को समझ कर अच्छा फायदा कमा रहे हैं. ऐसे में जिलाधिकारी का खजूर की खेती की अपार संभावनाओं को आकार देने की पहल किसानों के जीवन में मिठास घोलने का कार्य करेगा. उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी की  पहल के बाद जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम राजस्थान जाकर खजूर की खेती में होने वाली जटिलताओं की  जांच कर चुके हैं.

 

जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम ने कहा कि मिर्जापुर जनपद का क्लाइमेट खजूर के उत्पादन के लिए बिल्कुल ठीक है. राजस्थान के जैसलमेर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जाकर हमने विजिट किया है. उद्यान अधिकारी ने कहा कि बरही प्रजाति का खजूर जनपद के क्लाइमेट के हिसाब से ठीक है. राजस्थान से टिश्यू कल्चर के पौधे यहां मंगाए जायेंगे, जिसका ऑर्डर भी दे दिया गया है. ये टिश्यू कल्चर का पौधा लगाने के तीन वर्ष बाद उत्पादन प्रारम्भ होगा. उन्होंने कहा कि एक पौधे पर दो कुंतल तक खजूर के फल लगते हैं. एक एकड़ में 60 पौधे लगते हैं. वहीं एक बार रोपड़ के बाद यह लगभग 60 सालों तक फल देता है. इसमें खास बात यह है कि इसमें किसी प्रकार का बीमारी नहीं लगता है. डीएचओ ने बोला कि एक एकड़ से सरलता से 6 लाख से अधिक वार्षिक फायदा किसानों को होगा.

किसानों की आमदनी बढ़ाने पर है फोकस

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि शासन की  मंशा के मुताबिक किसानों का वैकल्पिक कृषि के जरिए आमदनी बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है. इसी क्रम में फरवरी के प्रथम हफ्ते में खजूर का प्लांटेशन कराया जाएगा. इसके साथ ही इच्छुक किसानों को ट्रेनिंग दिलवाने के साथ ही पौधा भी मौजूद कराया जाएगा. जिलाधिकारी ने कहा कि जो भी फंड उपलब्ध  रहेगा, उसके जरिए किसानों की सहायता की जाएगी.

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