अयोध्या में तीन हेलीपैड तैयार, सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता के साथ कोई समझौता नहीं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एक हाई लेवल बैठक में बोला कि साल 2017 में गवर्नमेंट बनने के बाद सरयू जी की आरती की परंपरा प्रारंभ कराई गई। इसे और व्यवस्थित और सुन्दर बनाने की जरूरत है। अर्चकों का प्रशिक्षण भी कराया जाना चाहिए। अयोध्या का एक डिजिटल टूरिस्ट ऐप विकसित करें। उसमें अयोध्या की सभी आधारभूत सुविधाओं एवं प्रमुख स्थलों की जानकारी वॉक थ्रू से मौजूद हो।
मुख्यमंत्री ने बोला कि जन योगदान से अयोध्या नगरी सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता का मानक होगी। सीएम ने निर्देश दिए कि मकर संक्रान्ति से प्रदेश के सभी आध्यात्मिक स्थलों और मंदिरों में भजन-कीर्तन आदि के आयोजन कराए जाएं। मंदिरों में दीप प्रज्वलन, दीप दान के साथ-साथ रामकथा प्रवचन, अनवरत रामायण, रामचरित मानस का पाठ, सुन्दरकाण्ड के कार्यक्रमों का भी आयोजन हो।
श्रद्धालुओं को अयोध्या पहुंचाने का व्यवस्था करें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं, पर्यटकों को अयोध्या आगमन के लिए प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ से वॉल्वो बसों और हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ने के लिए तैयारी करें। अयोध्या में तीन हेलीपैड तैयार हैं।
अयोध्या की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अयोध्या की सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम तथा उसके बाद सतत रूप से पुख्ता सुरक्षा के व्यवस्था होने चाहिए। सेफ सिटी की परियोजना को बिना देरी तुरन्त लागू करें। सीसी टीवी कैमरे लगवाएं। 22 जनवरी से पहले अयोध्या की आईसीसीसी सक्रिय करें। श्रद्धालुओं और पर्यटकों की हॉस्पिटैलिटी की उत्कृष्ट सुविधा होनी चाहिए। कब्ज़ा नहीं होना चाहिए।
एक करोड़ से अधिक लोगों को लाने की योजना
एक ओर संघ ने राष्ट्र भर से अपने संगठनात्मक प्रांतवार लोगों को लाने की योजना तय की है। वहीं बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेशभर से एक करोड़ से अधिक लोगों को रामलला के दर्शन कराने की योजना है। आने वालों का कार्यक्रम इस हिसाब से बनाया जाएगा कि उसी दिन उनकी वापसी हो सके।