‘मुझे खुश कर दो, टॉप कर सकती हो तुम’यौन शोषण के आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को किया निलंबित
DDU Assistant Professor Accused of sexual exploitation: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी (डीडीयू) में छात्रा को टॉप करने के लिए खुश कर देने की राय देने वाले यौन उत्पीड़न के आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है। मुद्दे की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए कुलपति प्रो। पूनम टंडन ने निलंबन का आदेश दिया है। आंतरिक कम्पलेन समिति (आईसीसी) का भी पुनर्गठन कर दिया गया है। आईसीसी ने मुद्दे की जांच प्रारम्भ कर दी है।
कुलसचिव प्रो। शांतनु रस्तोगी ने इस सम्बंध में जारी आदेश में बोला है कि यूनिवर्सिटी परिनियमावली के परिनियम संख्या 16.04 एवं उसके उपबन्ध (ई) के प्रावधान के अन्तर्गत अध्यनरत छात्रा द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के इल्जाम की जांच के लिए अगले आदेश तक तुरन्त असर से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में असिस्टेंट प्रोफेसर का शैक्षणिक परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। निलंबन की अवधि के दौरान वे कुलसचिव कार्यालय से सम्बद्ध रहेंगे।
छात्राओं और आरोपी के बयान दर्ज नयी समिति के गठन के साथ ही जांच की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। शुक्रवार को अपराह्न करीब दो घंटे तक समिति ने बैठक की। सूत्रों के अनुसार इस दौरान आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को भी बुलाया गया था। आरोपी का बयान दर्ज कर लिया गया है। इल्जाम लगाने वाली छात्रा को भी बुलाकर बयान दर्ज किया गया है। समिति छात्राओं और आरोपी के बयान के आधार पर अपनी रिपोर्ट यूनिवर्सिटी प्रशासन को सौंपेगी। सूत्रों के अनुसार छात्रा ने समिति और यूनिवर्सिटी पर भरोसा जताया कि उसके साथ इन्साफ होगा।
ये हैं आईसीसी में
प्राचीन इतिहास विभाग की प्रो। प्रज्ञा चतुर्वेदी को आईसीसी का अध्यक्ष बनाया गया है। अंग्रेजी विभाग के प्रो। अवनीश राय, मनोविज्ञान की डॉ रश्मि रानी, विधि विभाग की डॉ समुनलता चौधरी, लेखा विभाग से मीनावती कनौजिया, भौतिक विज्ञान विभाग के पुनीत भारती सदस्य बनाए गए हैं। मानव सेवा संस्थान के निदेशक राजेश मणि बाहरी सदस्य के रूप में नामित किए गए हैं।
यह है मामला
डीडीयू के स्नातक की छात्रा ने विज्ञान संकाय के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर फेवर मांगने का सनसनीखेज इल्जाम लगाया है। कुलाधिपति, स्त्री आयोग, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा और डीडीयू प्रशासन से किए गए दो पन्ने की कम्पलेन में उसने दावा किया है कि उसके पास शिक्षक का 23 मिनट के टेलीफोन काल की रिकॉर्डिंग है। शिक्षक द्वारा छात्रा और उसकी सहेल के साथ बैडटच का भी इल्जाम लगाया है।
मीडिया सेल के जरिए ही भेजें खबरें
इस मुद्दे के लगातार मीडिया की सुर्खियां बनने के कारण डीडीयू प्रशासन भी गंभीर है। विद्यार्थियों, शिक्षकों, ऑफिसरों और कर्मचारियों के लिए गाइडलाइन जारी किया है। कुलसचिव प्रो। शांतनु रस्तोगी द्वारा जारी आदेश के अनुसार शैक्षणिक, अध्ययन तथा पर्सनल उपलब्धि से सम्बंधित खबरों को मीडिया सेल को प्रेषित करें। कुलसचिव ने सभी से इसे सुनिश्चित करने के लिए बोला है।