उत्तर प्रदेश

यूपी: कांग्रेस के बुलावे पर नहीं पहुंचे अखिलेश, होली मिलन समारोह से सपाइयों ने पूरी तरह से बनाए रखी दूरी

लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी मिलकर चुनाव मैदान में हैं. इसके बाद भी दोनों दलों में अभी गले मिलने से परहेज है. कांग्रेस पार्टी के होली मिलन कार्यक्रम से सपाइयों ने पूरी तरह से दूरी बनाए रखी. जबकि कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखकर कार्यक्रम में शिरकत करने की निवेदन की थी. राजनीतिक जानकारों का बोलना है कि होली मिलन कार्यक्रम दोनों दलों के नेताओं के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुटता का संदेश देने का अवसर था, जिसमें वे चूक गए.

सपा और कांग्रेस पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर चली लंबी रस्साकशी के बाद जब गठबंधन हुआ तो संयुक्त प्रेसवार्ता किसी दल के कार्यालय में होने के बजाय एक होटल में हुई. समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के अनुसार कांग्रेस पार्टी को 17 सीटें दी हैं. कांग्रेस पार्टी 13 पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, जबकि प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक उज्जवल रमण सिंह पर दांव लगाने की तैयारी है. मथुरा में मुक्केबाज विजेंद्र सिंह का चुनाव लड़ना तय बताया जा रहा है. अमेठी-रायबरेली पर संशय बना हुआ है. इस बीच कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय दो बार समाजवादी पार्टी कार्यालय जा चुके हैं. यहां हुई समन्वय समिति की बैठक में चुनाव की रणनीति तय की गई.

कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने पहल की कि समाजवादी पार्टी नेताओं को भी कांग्रेस पार्टी प्रदेश कार्यालय आना चाहिए, ताकि दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच एकजुटता का संदेश जाए. संयोग से होली का मौका मिला. कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को होली मिलन कार्यक्रम आयोजित. मंगलवार को रोजा इफ्तार भी है. कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखा. उन्होंने होली मिलन कार्यक्रम में शिरकत करने की निवेदन की. आशा थी कि दलों के मिलन के बाद सपा- कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता होली के बहाने गले मिलेंगे, लेकिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ही नहीं बल्कि उनके प्रतिनिधि के रूप में भी कोई वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी कार्यालय नहीं पहुंचा. इससे कांग्रेस पार्टी खेमे में मायूसी दिखी.

अजय राय ने दी प्रतिक्रिया
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता यह कहते सुने गए कि समाजवादी पार्टी हमेशा कांग्रेस पार्टी को नजरअंदाज करती रही है. वे यह भी तर्क देते हैं कि समाजवादी पार्टी की उत्पत्ति ही कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध हुई थी. यही वजह है कि दलों के गठबंधन के बाद भी समाजवादी पार्टी के नेता कांग्रेस पार्टी प्रदेश कार्यालय आने से परहेज करते हैं. इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव के गठबंधन के दौरान भी समाजवादी पार्टी नेता कांग्रेस पार्टी कार्यालय आने से बचते रहे हैं.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय कहते हैं कि यह ठीक है कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को बुलाया था. संभव है कि चुनाव की व्यस्तता की वजह से नहीं आ पाए. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि उन्हें होली मिलन कार्यक्रम के बारे में जानकारी नहीं है.

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