11 साल के एक मासूम की रेबीज इन्फेक्शन की वजह से हुई मौत
मेरठ। यूपी के मेरठ में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। आवारा कुत्ते के काटने से 11 वर्ष के एक मासूम ने रेबीज इन्फेक्शन की वजह से तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। 70 दिन तक उपचार के दौरान मासूम जीवन की जंग लड़ता रहा, लेकिन बाद में उसने अपना मानसिक संतुलन भी खो दिया और अब उसकी मृत्यु हो गई। परिवार में मासूम की मृत्यु से कोहराम मचा हुआ है। इल्जाम है कि करीब दो महीने पहले बच्चे को कुत्ते ने काटा था। जिसके बाद परिजन उसे चिकित्सक के पास लेकर गए थे, जहां चिकित्सक ने रेबीज की स्थान उसे टिटनेस का इन्जेक्शन लगा दिया।
यह भयावह वाकया मेरठ के सूर्यपुरम कॉलोनी का है, जहां 28 अगस्त को 11 वर्ष के मासूम दुष्यंत के पैर में आवारा कुत्ते ने काट लिया। परिजनों ने पास ही के चिकित्सक को दिखाया। इल्जाम है कि चिकित्सक ने रेबीज का इंजेक्शन लगाने की बजाय टिटनेस का इंजेक्शन लगा दिया। जिसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ती चली गई। बाद में बच्चे को कई अस्पतालों और दिल्ली के हायर सेंटर में भी दिखाया गया, लेकिन स्थिति बिगड़ने के कारण ठीक उपचार नहीं हो सका। करीब 70 दिन तक यह सिलसिला चलता रहा। मासूम बच्चा जीवन से जंग लड़ता रहा और अब जाकर मानसिक संतुलन खोने के बाद उसकी मृत्यु हो गई।
एम्स के डॉक्टरों की माने तो बच्चों की पूरी शरीर में रेबीज फैल चुका था, जिस कारण उसकी मृत्यु हुई है। उल्लेखनीय है कि कुछ ऐसा ही मुद्दा गाजियाबाद से भी सामने आया था, जहां एक बच्चे की रेबीज इन्फेक्शन से मृत्यु हो गई थी। उस बच्चे को भी पड़ोसी के देसी कुत्ते ने काटा था।