संतकबीर नगर में बीडीसी सदस्यों ने बैठक का किया बहिष्कार: बोले…
संतकबीरनगर के मेंहदावल ब्लॉक प्रमुख के विरुद्ध लगे करप्शन के मुद्दे को जांच करने के लिए गुरुवार को डीएम के आदेश पर जांच करने डीसी मनरेगा और एक्सीईएन आरईडी पहुंचे. जांच के दौरान टीम के सदस्यों ने जब बीडीसी सदस्यों को सादे कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए बोला तो कई बीडीसी सदस्य भड़क उठे. जांच को छोड़कर बीडीसी बाहर निकल आए और ब्लॉक प्रमुख के विरुद्ध गंभीर इल्जाम लगाकर और जांच टीम सदस्य पर प्रश्न खड़ा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
30 मई को मेंहदावल ब्लाक की क्षेत्र पंचायत की बैठक के दौरान 44 बीडीसी सदस्यों ने मेंहदावल ब्लाक प्रमुख के विरुद्ध करप्शन का मुद्दा उठाते हुए बैठक का बहिष्कार किया था. ब्लॉक प्रमुख पर विकास कार्यों में ठेकेदारी प्रथा और बीडीसी सदस्यों को काम न देने को लेकर नाराज बीडीसी सदस्यों ने ब्लॉक पर प्रदर्शन कर उत्तरदायी ऑफिसरों के पास पत्र भेजा था. तय समय सीमा के बाद भी जब ब्लॉक प्रमुख के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई तो 40 बीडीसी से सदस्यों ने बीते 26 जून को जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर शपथ पत्र के जरिए मेंहदावल ब्लाक प्रमुख के विरुद्ध करप्शन के मुद्दे को लेकर डीएम को शिकायती पत्र सौंपा था.
सादे कागज पर हस्ताक्षर का बनाया गया दबाव
जिसको लेकर डीएम ने जांच बैठाई थी. डीएम के आदेश पर गुरुवार को डीसी मनरेगा और एक्सीईएन आरईडी ब्लॉक प्रमुख के विरुद्ध लगे करप्शन की जांच करने मेंहदावल पहुंचे. जांच टीम सदस्यों ने कम्पलेन में शामिल बीडीसी सदस्यों को मेंहदावल ब्लाक बैठक भवन कक्ष में बैठकर जब जांच प्रारम्भ किया तो सादे कागजात पर हस्ताक्षर करने पर बीडीसी सदस्य भड़क उठे. इस दौरान नाराज बीडीसी सदस्यों ने जांच ऑफिसरों से प्रश्न उत्तर करते हुए इल्जाम लगाया कि हम लोगों की शिकायतों का निस्तारण कराने और ब्लॉक प्रमुख की बचाव करने के लिए जांच अधिकारी जबरन सादे कागज पर हम लोगों से हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाल रहे थे. जिसे सभी सदस्य जांच को छोड़कर बाहर निकल आए.
अटेंडेंस के दौरान कुछ लोगों ने छीनी पत्रावलियां
डीसी मनरेगा प्रभात कुमार द्विवेदी ने बोला कि जांच के दौरान कम्पलेन में शामिल बीडीसी सदस्यों का अटेंडेंस लिया जा रहा था. जिससे जांच के दौरान कोई बाहरी आदमी ना रहे. इसी दौरान कुछ लोगों ने अटेंडेंस की पत्रावली जबरन छीनकर बवाल करने लगे. जिससे जांच पूरी नहीं हो पाई. इस मुद्दे को लेकर जांच के दौरान विद्रोह करने वालों को चिह्नित कर खंड विकास अधिकारी के माध्यम से पुलिस स्टेशन में तहरीर भेजी गई है. जिससे अगले बैठक के दौरान कोई वाद-विवाद ना हो. इस मुद्दे में प्रभारी निरीक्षक रविंद्र कुमार सिंह ने बोला कि अभी हमें कोई तहरीर नहीं मिली है.