बड़ा खुलासा!तीन साल के गारंटी पीरिएड में बड़ी संख्या में बिजली मीटर खराब
Electricity Meter: उत्तर प्रदेश में तीन वर्ष के गारंटी पीरिएड में बड़ी संख्या में बिजली मीटर खराब हो रहे हैं। पश्चिमांचल विद्युत वितरण कंपनी की रिपोर्ट में घटिया मीटर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। गारंटी पीरिएड के दौरान 7167 मीटर जहां जंप करके आगे भाग गए, वहीं 4911 मीटर बैक हो गए। जबकि 8238 मीटर ऐसे मिले, जिनका डिस्प्ले की गायब हो गया। जांच हुई तो बाकी बिजली कंपनियों में भी ऐसे ही चौंकाने वाले आंकड़े सामने आ सकते हैं।
प्रदेश में विद्युत कंज़्यूमरों के घर में लगे इलेक्ट्रॉनिक मीटरों की गुणवत्ता प्रश्नों के घेरे में आ गई है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम में मीटर निर्माता कंपनियों, परीक्षण खंड और स्टोर खंड के साथ मीटिंग में जो खुलासा हुआ, उससे बिजली कंपनियों में हड़कंप मच गया है। यही हाल दूसरी बिजली कंपनियों में भी हो सकता है। क्योंकि सभी बिजली कंपनियों में यही मीटर निर्माता कंपनी मीटर सप्लाई कर रही हैं। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम ने पिछले तीन सालों में विभिन्न कंपनियों से जो मीटर खरीदे उसमें गारंटी पीरियड में 30268 मीटर खराब पाए गए।
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने पावर कार्पोरेशन प्रबंधन से सभी बिजली कंपनियों में जांच कराने की मांग की है। साथ ही घटिया मीटर कंपनियों को तुरंत ब्लैक लिस्ट कर उनसे मीटर खरीद पर पाबंदी लगाने की भी मांग उठाई है।
बकाया भुगतान के लिए ओटीएस लागू
बिजली कंज़्यूमरों के लिए उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट ने एकमुश्त निवारण योजना लागू कर दी है। योजना आठ नवंबर से 31 दिसंबर तक कुल 54 दिनों तक तीन खंडों में लागू की जाएगी। योजना का पहला चरण आठ नवंबर से 30 नवंबर, दूसरा एक दिसंबर से 15 दिसंबर तथा तीसरा चरण 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक चलेगा।
पीवीवीएनएल डिस्कॉम की व्यवस्था निदेशक चैत्रा वी। ने कहा कि इस योजना के अनुसार समस्त विद्युत भार के एलएमवी-1 (घरेलू), एलएमवी-2 (वाणिज्यिक), एलएमवी-4बी (निजी संस्थान), एलएमवी-5 (निजी नलकूप) एवं एलएमवी-6 (औद्योगिक) कंज़्यूमरों को सरचार्ज राशि पर अधिकतम 100 फीसदी की छूट प्रदान की गई है। कंज़्यूमरों को उनके बकाये पर किस्तों में भुगतान की सुविधा का विकल्प भी दिया गया है।