UWW ने भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता किया रद्द, इस पर बृजभूषण शरण सिंह ने दी ये प्रतिक्रिया
UWW ने 24 अगस्त को भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की सदस्यता को रद्द कर दिया। इसके बाद शनिवार को WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बोला कि आज बहुत दुखद स्थिति है कि हिंदुस्तान पहली बार प्रतिबंधित हुआ है। समय से WFI चुनाव न हो पाने के चलते ऐसा हुआ है। यदि शीघ्र इस परेशानी का निवारण नहीं हुआ, तो हिंदुस्तान को बड़ा हानि होगा। ओलंपिक में इण्डिया के बैनर तले या वर्ल्ड चैंपियनशिप में इण्डिया के नाम से कोई भी खिलाड़ी कुश्ती नहीं लड़ सकेगा। उन्होंने बोला कि इस पूरे मुद्दे का केवल और राष्ट्र के तीन खिलाड़ी हैं। ये सबको पता है।
रघुराज शरण सिंह महाविद्यालय बालपुर में सम्मान कार्यक्रम में प्रतिभाग करने पहुंचे बृजभूषण शरण सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, ”बजरंग, विनेश और साक्षी ये तीन खिलाड़ी ही उत्तरदायी हैं। सबको पता है और सब तो वापस चले गए। आज मैं कहता हूं हरियाणा में वोटिंग करवा लीजिए, फिर देख लीजिए कौन किसका समर्थन करता है।”
”जनवरी में चुनाव कराने का कोशिश किया था”
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ”मैंने जनवरी में चुनाव कराने की प्रयास की थी। लेकिन आपको पता है कि मेरे ऊपर क्या-क्या इल्जाम लगाए गए। इसके बाद गवर्नमेंट ने मुझसे स्वयं बोला कि आप कुछ दिनों के लिए कुश्ती दूर रहने के लिए कहा। इसके बाद भी मैंने चार बार चुनाव कराने की प्रयास की। लेकिन हर बार कोई न कोई अवरोध उत्पन्न होता रहा।
UWW ने दी थी चेतावनी
BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ”UWW ने साफ चेतावनी दी थी कि 45 दिन के अंदर यदि चुनाव नहीं होता है, तो सदस्यता रद्द कर दी जाएगी। यही हुआ पहले गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने स्थगन का आदेश दिया, फिर पंजाब उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश दिया और यहां तक आप सब लोगों को पता होगा WFI में उत्तर प्रदेश से मैं और मेरे बेटे करण भूषण सिंह वोटर थे।”
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ”लेकिन खिलाड़ियों की एक मांग थी कि बृजभूषण शरण सिंह के परिवार का कोई नहीं होना चाहिए और मैंने उस बात को स्वीकार किया। मैंने दूसरे नाम भेज दिए और स्वयं अपने को अलग कर लिया, लेकिन फिर भी चुनाव नहीं हो पाया और यह उसका रिज़ल्ट राष्ट्र के सामने है।”
”इसका कारण मैं नहीं हूं…क्यों छोड़ दू हिंदुस्तान की नागरिकता ”
बृजभूषण शरण सिंह ने मीडिया के प्रश्नों पर बोला कि मैं इसका कारण कैसे हो गया। कैसे हो गया। मैंने खेल मंत्रालय के कहने पर स्वयं को कुश्ती से अलग कर दिया। अब न मैं औ न मेरे परिवार का सदस्य इसका हिस्सा नहीं है। कोई भी इसका वोटर नहीं है। मेरी जांच कर ली जाए, इसकी मैंने सहमति दे दी। मैंने स्वयं को अध्यक्ष पद से अलग कर लिया। अब उनकी ये मांग है कि मैं हिंदुस्तान की नागरिकता छोड़ दूं, तो ये तो संभव नहीं है।”
”जिम्मेदार केवल धरनाजीवी खिलाड़ी हैं”
पूर्व WFI अध्यक्ष ने कहा, ”इस पूरे मुद्दे के उत्तरदायी धरनाजीवी खिलाड़ी हैं। वो कौन होते हैं कि WFI का अध्यक्ष कौन होगा। ये तो राष्ट्र की फेडरेशन तय करेगा न। धरनाजीवी खिलाड़ी ही इसके उत्तरदायी हैं, जिन्होंने कुश्ती के साथ मजाक किया है। राष्ट्र के खिलाड़ियों के साथ मजाक किया है। केवल तीन खिलाड़ी बजरंग-विनेश और साक्षी ही इसके उत्तरदायी हैं। बाकी बच्चे तो वापस चले गए। उच्चतम न्यायालय मुद्दा गया है। न्यायालय जो फैसला देगा, वो तो सबको मानना पड़ेगा।”
बृजभूषण बोले- मैं भी शाहजहां जैसा: दुनिया में दो ही प्रेमी, एक वो और एक मैं; रामदेव और पहलवानों के मामले पर कहा- डर गया हूं
गोंडा के कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने 77वें गणतंत्र दिवस 25 किमी। की तिरंगा रैली निकाली। भाषण देते समय बृजभूषण शरण सिंह ने स्वयं की तुलना मुगल बादशाह शाहजहां से कर डाली। उन्होंने कहा, “पहले लोग नंदिनी नाम को लेकर तरह-तरह की बात करते थे। कोई कहता था कि ये नेता जी की मां का नाम है, कोई कहता था ये नेता जी की पत्नी का नाम है, तो कोई इसे प्रेमिका का नाम बताता था।”