मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मेजर ध्यानचंद की जयंती पर आरहे झांसी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मेजर ध्यानचंद की जयंती पर झांसी आ रहे हैं। वे 1 घंटा 10 मिनट रहकर 2009 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। यहां से वे मां पीतांबरा के दर्शन करने दतिया जाएंगे और फिर लखनऊ के लिए उड़ान भरेंगे।
मुख्यमंत्री दोपहर 1:50 बजे पर पुलिस लाइन पहुंचेंगे। यहां से न्यायालय चौराहा स्थित शिक्षा भवन में नवनिर्मित लाईब्रेरी का उद्घाटन करेंगे। 5 मिनट रुकने के बाद वे रानी लक्ष्मीबाई पार्क पहुंचेंगे। वहां पर मेजर ध्यानचंद की 25 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण करेंगे। साथ ही पार्क में बनाए गए राष्ट्र के पहले हॉकी म्यूजियम का उद्घाटन करेंगे।
इसके बाद वह दोपहर 2:25 बजे ध्यानचंद स्टेडियम पहुंचेंगे। यहां पर विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। साथ ही हॉकी ओलंपिक खिलाड़ियों का सम्मान करेंगे और खेल दिवस पर होने वाले हॉकी मैच का शुरुआत करेंगे। 3 बजे हेलिकॉप्टर से दतिया के लिए रवाना होंगे।
18वीं बार झांसी आएंगे मुख्यमंत्री
प्रदेश के मुख्यमन्त्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ अभी तक 17 बार झांसी आ चुके हैं। वह 18वीं बार 29 अगस्त को आ रहे हैं। सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने अपने आधिकारिक दौरे झांसी से ही प्रारम्भ किए थे। वह पहली बार 20 अप्रैल 2017 को झांसी आए थे। वह झांसी सर्किट हाउस में दो बार रात्रि आराम भी कर चुके हैं।
1. एक सितंबर से खुलेगा मेयर ध्यानचंद म्यूजियम
विश्व मशहूर हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम रानी लक्ष्मीबाई पार्क में 19 करोड़ की लागत से मेयर ध्यानचंद म्यूजियम बनाया गया है। हॉकी को समर्पित यह राष्ट्र का पहला म्यूजियम है। इसमें मेजर ध्यानचंद के जीवन से जुड़ी स्मृतियां, घटनाएं एवं भारतीय हॉकी की विभिन्न जानकारियां डिजिटल माध्यम से दिखाई देंगे। इसको 20 से अधिक जोन में बांटा गया है। जिसका प्रत्येक जोन अपने आपमें अलग और अद्भुत है। जनता के लिए इसे एक सितंबर से खोला जाएगा।
2. नारायण बाग को चमकाया गया
106 एकड़ में फैले नारायण बाग अपनी हरियाली और सुदंरता के लिए जाना जाता है। स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा नारायण बाग में स्थित उद्यानों को संवारने के लिए 23 करोड से फैंसी लाइटिंग, साइकिल ट्रैक, जोगर्स ट्रैक, गजिबो, ओपन जिम, सोलर ट्री का निर्माण कराया गया है। बच्चों और सीनियर सिटीजन के लिए पार्क भी स्थापित कराए गए हैं।
3. मात्र 90 दिन में बना पुस्तकालय
कचहरी चौराहे पर शिक्षा भवन परिसर में राजकीय जिला पुस्तकालय का पुननिर्माण कराया गया है। 10 करोड़ की लागत से हिंदुस्तान का सबसे तेज निर्मित पुस्तकालय सिर्फ़ 90 दिन में तैयार किया गया है। जो नेट-जीरो पुस्तकालय है। नेट जीरो का मतलब सभी ऊर्जा डिमांड बिल्डिंग में ही सोलर एवं पवन ऊर्जा से उत्पादित और जीरो वॉटर डिस्चार्ज। वॉटर बेस्ड फ्लो रेडिएंट कूलिंग टेक्नोलॉजी से वातानुकूलित, जो ऊर्जा खपत को 90 फीसदी तक कम करती है। तापमान भी स्थिर रखती है, जो स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद है। पुस्तकालय में 200 से अधिक बच्चें रिडिंग कर सकेंगे।
4. तीन करोड़ से बनाए गए दो गेट
झांसी नगर को जोड़ने वाले मुख्य मार्गों में से दो मार्गों पर प्रवेश द्वार बनाए गए है। करीब 3 करोड़ की लागत से पहला द्वार मेडिकल कॉलेज तिराहा और दूसरा बिजौली औद्योगिक क्षेत्र में बनाए गए हैं। इन द्वार पर झांसी के इतिहास से जोड़ते हुए लाल बलुआ पत्थर पर बुंदेलखंड संस्कृति की कलाकृतियों को उकेरा गया है।
5. पांच करोड़ से बना बुंदेलखंड कल्चरल सेंटर
स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 5 करोड़ रुपए से क्राफ्ट मेला मैदान में बुंदेलखंड कल्चरल सेंटर तैयार गया है। यह बुंदेलखंड की प्राचीन कलाओं और संस्कृति से लोगों को रूबरू कराने की अनूठी पहल है। यहां बुंदेलखंड के कलाकार अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दे सकेंगे। यहां मल्टीपर्पज हॉल कम ऑडियो विजुअल रूम, मिनी ऑडिटोरियम, आर्ट रूम, मिट्टी के बर्तन बनाने का कमरा, गायन और संगीत कक्ष, नृत्य कक्ष, कला कक्ष, साधन कक्षा और रिसेप्शन एरिया का निर्माण किया गया है।