बसंत पंचमी के मौके पर रामनगरी में पहुंचा श्रद्धालुओं का हुजूम
अयोध्याः बसंत पंचमी के मौके पर रामनगरी में श्रद्धालुओं का हुजूम पहुंचा है। ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालु स्नान कर मठ मंदिरों में दर्शन पूजन कर रहे हैं। माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी मनाई जाती है। इस दिन पीले वस्त्र और पीली वस्तुओं का दान विशेष महत्व रखता है। इसके साथ ही मां सरस्वती की आराधना का भी आज विशेष दिन है। पठन-पाठन करने वाले विद्यार्थी आज मां सरस्वती की आराधना करते हैं। जिससे विद्या की देवी मां सरस्वती की कृपा प्राप्त होती है।
वहीं रामनगरी में भी आज श्रद्धालु सरयू में स्नान और दान-पुण्य कर रहे हैं। इस बार ग्रह नक्षत्र की स्थिति माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को बहुत खास है। बसंत पंचमी के मौके पर कई फायदेमंद संयोग भी बन रहे हैं। स्नान घाटों पर किए गए प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए बोला कि पहले से व्यवस्थाएं बहुत ही अच्छी और व्यवस्थित हैं।
सुरक्षा बलों को तैनात किया गया
राम की नगरी में पवित्र सरयू नदी में श्रद्धालु स्नान कर उत्साहित हैं। श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सुबह 3 बजे से दर्शन पूजन का दौर प्रारम्भ हुआ, जो अनवरत जारी है। घाटों पर सुरक्षा को लेकर के भी व्यापक व्यवस्था किए गए हैं। बड़ी संख्या में सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त सरयू के घाटों पर जल पुलिस को भी लगाया गया है। अस्थाई ब्रिज के जरिए श्रद्धालुओं को गहरे पानी में जाने से रोका जा रहा है। इसके अतिरिक्त अनाउंस करके श्रद्धालुओं को सतर्क भी किया जा रहा है।
लाखों की संख्या में पहुंचे भक्त
घाट पुरोहित ओम प्रकाश पांडे ने कहा कि सुबह 3:00 बजे से ही बसंत पंचमी के मौके पर लाखों की संख्या में राम भक्त सरयू में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं ।आज से बसंत ऋतु का प्रारंभ हो गया है, जो लोग प्रयागराज में स्नान नहीं कर पाए वह लोग सरयू में लाखों की संख्या में आकर स्नान कर पुण्य अर्जित करते हैं। इतना ही नहीं आज से फागुन का मास प्रारम्भ हो गया है और माघ माह खत्म हो गया है। धार्मिक ग्रंथो में पवित्र नदियों में स्नान का अधिक महत्व कहा गया है। बोला जाता है सरयू में स्नान करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है, भक्त को मोक्ष की प्राप्ति होती है।