जालौन में पंचायत सहायकों का कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन: वेतन बढ़ोत्तरी और नवीनीकरण की मांग, बोले…
जालौन में वेतन बढ़ोतरी और नवीनीकरण को लेकर जिले भर के पंचायत सहायकों ने उरई के कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से सीएम योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजकर वेतन बढ़ोतरी और पंचायत सहायकों का नवीनीकरण कराए जाने की मांग की। पंचायत सहायकों का बोलना है कि उन्हें कम वेतन दिया जा रहा है। इसके एवज में 4 गुना काम लिया जा रहा है। इतना ही नहीं ईमानदारी से कम करने पर उन्हें धमकाया जाता है।
सैकड़ों की तादात में उरई के कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने पहुंचे जिले भर के पंचायत सहायकों ने कहा कि पंचायत सहायकों को गवर्नमेंट द्वारा 6000 रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाता है, मगर उनका भुगतान समय से नहीं किया जा रहा है। तीन माह में केवल एक माह का मानदेय किया जाता है, इसीलिए प्रत्येक माह की 1 से 5 तारीख के मध्य भुगतान कराया जाये, साथ ही प्रत्येक माह इसकी समीक्षा कराई जाये, इसके अतिरिक्त पंचायत में इंटरनेट की प्रबंध नहीं है, वहां इंटरनेट मौजूद कराया जाये, जिससे औनलाइन कार्यों को समय से संपन्न कराया जा सके।
इसके अतिरिक्त विगत एक साल से पंचायत सहायक अपनी रकम का इंटरनेट इस्तेमाल में ला रहे हैं, अभी तक इंटरनेट डिवाइस प्राप्त नहीं हुई है, जिससे समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन द्वारा आदेश जारी किया था कि राज्य एवं केंद्रीय वित्त की रकम का भुगतान एवं पंचायत गेटवे का संचालन पंचायत सहायकों द्वारा किया जाना है, लेकिन अभी तक भुगतान संबंधित समस्त कार्य विकास अधिकारी पंचायत के द्वारा प्राइवेट आदमी से करा रहे हैं, अनेक बार इसकी कम्पलेन की गई, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
साथ ही शासनादेश में पंचायत सहायकों द्वारा नौकरी चार्ट के मुताबिक ही कार्य करने को बोला था। इसके बावजूद भी इसका पालन नहीं करवाया जा रहा है, इतना ही नहीं पिछले दो सालों से ग्राम पंचायत में प्रधान द्वारा पंचायत सहायकों के साथियों का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है। साथ ही बिना कारण उन्हें हटाने का कोशिश किया जा रहा है।
तरह-तरह के मामलों को संज्ञान में लेकर जो पंचायत सहायक अपना कार्य ईमानदारी और समय के साथ कर रहे हैं, उन्हें परेशान किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त पंचायत सहायकों का काम पंचायत संबंधी कामों को करना है, लेकिन वेतन मात्र 6000 रुपये है पर उनसे चार गुना काम लिया जा रहा है, इसीलिए उनका वेतन दोगुना करके 12 हजार रुपये किया जाए।
साथ ही यात्रा भत्ता के रूप में अतिरिक्त रकम दी जाए, क्योंकि पंचायत सहायक साथियों को दो से अधिक बार विकासखंड स्तर पर बुलाया जाता है, वहीं पंचायत सहायकों ने बोला कि प्रधान और सचिव अनाधिकृत रूप से काम करते हैं, जिसका विरोध करने पर उन्हें नौकरी से निकलने की धमकी दी जाती है, इन सभी मांगों को लेकर यह प्रदर्शन किया गया।