धर्मांतरण की घटनाएं!डेढ़ वर्ष में 20 मामले आए सामने, 87 आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
आजमगढ़ में रूकने का नाम नहीं ले रही धर्मांतरण की घटनाएं। डेढ़ साल में 20 मुद्दे आए सामने, 87 आरोपियों की हुई गिरफ्तारी।
आजमगढ़ जिले में धर्मांतरण की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रार्थना सभाओं, रोग दूर करने और आर्थिक प्रलोभन देकर लगातार जिले की गरीब और भोली भाली जनता को ईसाई मिशनरी के लोग बरगला रहे हैं। इस कड़ी में एक दिन पूर्व मेंहनाजपुर थाना क्षेत्र से धर्मांतरण करने वाले दो आरोपियों को अरैस्ट कर इन आरोपियों के कब्जे से ईसाईयों का पवित्र ग्रंथ बाइबिल बरामद किया गया है। आरोपी पैसे का लालच देने के साथ ही बच्चों को ईसाई मिशनरियों के विद्यालयों में पढ़ाने की बात कर रहे थे। इस मुद्दे की कम्पलेन पर पुलिस ने सलमान और त्रिभुवन को अरैस्ट कर इन दोनों के कब्जे से बड़ी मात्रा में धार्मिक पुस्तकें, माइक्रो मशीन, माइक बरामद किया। इससे समझा जा सकता है कि जिले में किस तरह से गरीब लोगों को टार्गेट किया जा रहा है। जिले में यदि डेढ़ साल के कार्यकाल पर नजर डाली जाय तो 20 मुद्दे सामने आए और धर्मांतरण के मुद्दे में 87 से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इससे पूर्व जहानागंज थाना क्षेत्र में टेंट लगाकर आर्थिक प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने के मुद्दे में परमेश्वर राम, बृजेश यादव और पूनम यादव को अरैस्ट किया जा चुका है।
भूत-प्रेत के नाम पर होता है खेल
जिले में धर्मांतरण का यह कोई पहला वाक्या नहीं है। इससे पूर्व भी कभी भूत-प्रेत के नाम पर तो कभी पैसे के लालच में जिले में धर्मांतरण की घटनाएं सामने आती रहती हैं। 25 मई को जिले के देवगांव थाना क्षेत्र के लालगंज के चिरकिहिट गांव में धर्मांतरण का मुद्दा सामने आया था।
पूरे कार्यक्रम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुक देने के लिए कव्वाली का भी आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के बहाने मौजूद जनता को हिंदू धर्म की कमियां बताकर मुसलमान धर्म को अच्छा कहा जा रहा था। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने 16 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
इन आरोपियों में 16 पुरुष और दो महिलाएं शामिल है। यह आरोपी आजमगढ़, मऊ, गोंडा, बलरामपुर जिलों के रहने वाले थे। लोगों को पैसे की भी लालच दे रहे थे। जिले में धर्मांतरण के डेढ़ साल में 20 मुद्दे सामने आए और 87आरोपियों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है।
भूत-प्रेत में विश्वास रखने वाले समाज को करते हैं टारगेट
इस बारे में बजरंग दल के संयोजक गौरव रघुवंशी का बोलना है कि आजमगढ़ धर्मांतरण की दृष्टि से एक्टिव है। गांव-गांव में ईसाई मिशनरियों की पकड़ हो गई है। यह लोग उस समाज को टारगेट करते हैं, जो भूत-प्रेत में विश्वास करते हैं। गांव-गांव में हमारे लोग है। जब हमें सूचना मिलती है तो हम ऐसे लोगों को ट्रेक करते हैं। कई बार हमारे कार्यकर्ताओं से विवाद भी हो जाती है। फर्जी मुकदमों को भी झेलना पड़ता है। धर्मांतरण पर नया बिल आ गया इससे काफी सहायता मिलती है। कार्यकर्ता समाज में घूमते रहते हैं। आजमगढ़ के कई गांवों में चर्च बन चुके हैं। पुलिस प्रशासन भी लगातार योगदान कर रहा है। अभी ऐसी घटना सामने नहीं आई जहां हम लोगों को संघर्ष करना पड़ता है। ईसाई मिशनरियों का बड़ा नेटवर्क है। वह लोग भी हम लोगों को फंसाने में लगे रहते हैं। ईसाई मिशनरियों द्वारा सभा जुटाकर देवी देवताओं के विरुद्ध भड़काया जाता है। पैसे का प्रलोभन, विवाह का प्रलोभन, गरीबी का फायदा, अज्ञानता और अशिक्षित हैं। ऐसे में भूत प्रेत के नाम पर बहलाया फुसलाया जाता है जिस कारण ऐसे लोग अपना निवारण पाने के लिए इनकी तरफ बढ़ जाते हैं।