उत्तर प्रदेश

अयोध्या के प्रत्येक मठ मंदिरों में झूलनोत्सव का हुआ आगाज

अयोध्या ईश्वर राम की नगरी में झूलनोत्सव महोत्सव की धूम मची है सावन के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि से सभी मठ मंदिरों के विग्रह झूलन के लिए मणि पर्वत जाते हैं और वहीं से अयोध्या के प्रत्येक मठ मंदिरों में झूलनोत्सव का आगाज हो जाता है रामनगरी के प्रत्येक मंदिर चाहे फिर वह राम जन्म भूमि हों, रंग महल हो या फिर मणि राम दास छावनी हर मंदिर में ईश्वर के सामने झूला पड़ा हुआ है हर मंदिर में ईश्वर के विराजमान विग्रह झूलनोत्सव का आनंद ले रहे हैं

प्राचीन परंपरा के भीतर अयोध्या में सावन के माह में ईश्वर झूलों पर सवार होते हैं मंदिर और मूर्तियों के शहर का नजारा सावन माह में श्रद्धा से सराबोर नजर आता है ईश्वर के विग्रह झूलों पर सवार होते हैं तो श्रद्धालु ईश्वर को झूला झुलाकर झूलनोत्सव का दर्शन कर आशीर्वाद लेते हैं इस दौरान मंदिरों में ईश्वर को सावन के गीत और कजरी गीत भी सुनाए जाते हैं रामनगरी की शाम ईश्वर के झूलनोत्सव और कजरी गीतों से गुलजार रहती है

त्रेतायुग की अनोखी परंपरा
रंग महल मंदिर के महंत रामशरण दास बताते हैं कि झूलन उत्सव अपने आप में ऐसा उत्सव है, जिसकी महिमा का बखान नहीं किया जा सकता है सावन माह में अयोध्या के प्रत्येक मठ मंदिर में रामलला गवर्नमेंट झूले पर विराजमान होते हैं और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मठ मंदिरों में झूलन उत्सव पर विराजमान रामलला गवर्नमेंट का दर्शन पूजन करते हैं यह परंपरा त्रेता युग से चली आ रही है

झूलन उत्सव का अद्भुत नजारा
झांसी से अयोध्या पहुंची श्रद्धालु शिप्रा बताती हैं कि सावन के झूला मेला में हर बार आती हूं, यहां बहुत अच्छा लगता है रामलला गवर्नमेंट को झूले पर देखकर और झूला झुलाकर कर भक्ति रेट में सराबोर हो जाती हूं ऐसा लग रहा है कि ठाकुर जी की कृपा बरस रही है

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