शहर के बाढ़ से तबाह हुए मोहल्लों का निरीक्षण करने के लिए जितिन प्रसाद का काफिला निकला
बाराबंकी के प्रभारी और पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद गुरुवार को बाराबंकी पहुंचे। दरअसल, उन्हें बाराबंकी शहर में आई बाढ़ से हुई त्रासदी का जायजा लेना था। लेकिन शहर के बाढ़ से तबाह हुए मोहल्लों का निरीक्षण करने के लिए जितिन प्रसाद का काफिला जिस रोड से निकला। उस रोड ने एक बार फिर मंत्री जी की पुरानी यादें ताजा कर दीं।
क्योंकि प्रभारी बनने के बाद जब पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद पहली बार बाराबंकी आए थे। तब वह इसी रोड का निरीक्षण करने पहुंचे थे। रोड की बदहाली पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए ऑफिसरों को लताड़ लगाई और उसे ठीक कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन उस दिन से आज तक रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे जस के तस बने हुए हैं और उन्हीं गड्ढों में हिचकोले खाते हुए मंत्री जी को आज फिर निकलने को विवश होना पड़ा।
शहर के उज्जवल नगर मोहल्ले में निरीक्षण करने जा रहे थे
दरअसल, मंत्री जितिन प्रसाद बाराबंकी में नगर कोतवाली क्षेत्र के विकास भवन रोड होते हुए शहर के उज्जवल नगर मोहल्ले में निरीक्षण करने जा रहे थे। लेकिन विकास भवन रोड ने शायद पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद की पुरानी यादें ताजा कर दीं होंगी। क्योंकि जितिन प्रसाद प्रभारी मंत्री बनने के बाद जब पहली बार बाराबंकी जिले आए थे, तब भी वह इसी रोड का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
हिचकोले खाते हुए निकला काफिला
उस समय भी सांसद उपेंद्र सिंह रावत, राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा और बीजेपी जिला अध्यक्ष शशांक कुशमेश उनके साथ थे। तब उनका काफिला इसी रोड पर हिचकोले खाते हुए निकला था। उन्होंने रोड की बदहाली देखकर विभाग के आला ऑफिसरों को जमकर लताड़ लगाई और रोड ठीक कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन शायद पीडब्लूडी के ऑफिसरों पर अपने ही मंत्री के निर्देशों का कोई असर नहीं पड़ा। इसीलिए पूरी विकास भवन रोड के गड्ढे आज भी जस के तस बने हुए हैं।
सांसद उपेंद्र सिंह रावत, राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा भी रहे मौजूद
पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद के आज के दौरे के दौरान भी वही पुराना नजारा देखने को मिला। आज भी मंत्री जितिन प्रसाद का काफिला विकास भवन रोड पर हुए बड़े-बड़े गड्ढे में हिचकोले खाते हुए निकला। आज भी सांसद उपेंद्र सिंह रावत, राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा और बीजेपी जिला अध्यक्ष शशांक कुशमेश उनके साथ थे। विकास भवन रोड से घुसते ही उनका काफिला गड्ढों में हिचकोले खाना प्रारम्भ हो गया। आलम यह था कि कई स्थान तो उनके काफिले में शामिल गाड़ियों के पहिए पूरे के पूरे गड्ढों के अंदर चले गए और मंत्री जी लगातार वाहन के अंदर झटके खाते रहे।
रोड का वहीं पुराना हाल देखकर शायद आज भी मंत्री जी का पारा चढ़ा होगा, लेकिन मौका बाढ़ ग्रस्त इलाकों के निरीक्षण का था। इसलिए उन्होंने किसी पर गुस्सा जाहिर नहीं किया। लेकिन जब मंत्री जी से इसको लेकर प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने इतना जरूर बोला कि ऑफिसरों को सड़क ठीक करने के लिए आज भी निर्देशित किया गया है। सड़क की मरम्मत का विशेष प्लान बनाकर उसे ठीक कराया जाएगा।