अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सहूलियत में अलग-अलग भाषाओं में लगाई जाएगी पट्टिका
अयोध्या के मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए मार्गों पर निर्देश पट्टिका लगाई जाएंगी। राष्ट्र के विभिन्न भागों से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए यहां भिन्न-भिन्न भाषाओं में पट्टिका लगाई जाएंगी। इनमें दक्षिण की तमिल, तेलुगू जैसी बड़े पैमाने पर बोली जाने वाली भाषाओं में भी पट्टिकाएं होंगी। ये जानकारी अयोध्या पहुंचे एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया ने बुधवार को दी।
उन्होंने कहा कि प्रमुख मंदिरों की तरफ जाने वाले मार्गों को चिन्हित कर उन मार्गों पर यथासंभव यथा जरूरत के मुताबिक श्रद्धालुओं के चलने के लिए योजना बनाई गई है। जिस मार्ग से पैदल यात्री जा सकें, उन मार्गों पर वाहनों को जाने से रोका जाएगा। यह भी निर्धारित किया जा रहा है कि जहां पर वाहनों के आने की जरूरत है, वहां वे इस प्रकार से आएं कि अन्य लोगों का आना-जाना बाधित न हो। मार्गों की जरूरत के अनुरूप प्लान तैयार किया जा रहा है। कुछ मार्गों पर ई-रिक्शा को बैन किया जा सकता है।
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तमिल संगमम् में तमिलनाडु के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने बुधवार को रामलला के दर्शन किए। काशी में चल रहे तमिल संगमम् में तमिलनाडु के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालुओं के जत्थे को बुधवार को श्रीरामजन्म भूमि में विराजमान रामलला का दर्शन कराया गया। इसके साथ हनुमानगढ़ी और अन्य प्रमुख स्थानों का भी दर्शन कराया गया। इन सभी अतिथियों को राज्य मेहमान का दर्जा दिया गया है।
जत्थे का जिला प्रशासन की ओर से अन्तराज्जीय बस अड्डा परिसर से सटे संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में स्वागत किया गया था। अयोध्या अध्ययन संस्थान के निदेशक डा। लवकुश द्विवेदी ने कहा कि पांच बसों में करीब सवा दो सौ श्रद्धालु यहां आए हैं। पिछले साल भी दो हजार तमिल श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन कराया गया था।
एयर इण्डिया की पहली उड़ान 30 दिसंबर को
एयर इण्डिया 30 दिसंबर को नयी दिल्ली से अयोध्या के लिए पहली उड़ान का परिचालन करेगी। 16 जनवरी से दैनिक सेवाएं प्रारम्भ करेगी। उद्घाटन उड़ान 30 दिसंबर को दिल्ली से 11.00 बजे चलेगी और 12.20 बजे अयोध्या में उतरेगी।