Ram Mandir: इस ग्रंथ में है मंत्र का उल्लेख, सालों बाद बना दुर्लभ संयोग
वाराणसी : अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर तैयार हो रहा है। इस मंदिर के तैयार होने के साथ प्रभु श्री राम के 492 वर्ष का वनवास भी समाप्त होगा।फिलहाल मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों जोरों पर है। इसके लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख निर्धारित की गई है। 5 दिनों के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद केवल 2 सेकेंड का मंत्र उच्चारण होगा और उसके बाद प्रभु श्री राम अपने अद्भुत मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा पूजन का मुहूर्त निकालने वाले काशी के प्रकांड विद्वान ने इसकी जानकारी दी है।
काशी के ज्योतिषाचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड ने कहा कि 22 जनवरी को 84 सेकेंड के सूक्ष्म मुहूर्त में पीएम मोदी रामलला को गर्भगृह में स्थापित करेंगे। इस दौरान ‘प्रतितिष्ठत परमेश्वर’ इस मंत्र का पाठ किया जाएगा। 2 सेकेंड का यह मंत्र रामलला और उनके भक्तों के सदियों का वनवास समाप्त करेगा।
इस ग्रंथ में है मंत्र का उल्लेख
ज्योतिषाचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड ने कहा कि सनातन धर्म के मशहूर ग्रंथ ” धर्म सिंधु में देव विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा पूजन के बाद विग्रह स्थापना के समय इस मंत्र के मंत्रोच्चार की बात लिखी है। ”प्रतितिष्ठत परमेश्वर’ इस मंत्र का मतलब है, परमेश्वर आप विराजमान हो।
सालों बाद बना दुर्लभ संयोग
गौरतलब है कि देशभर के विद्वानों और गणमान्य लोगों की उपस्तिथि में 22 जनवरी को दोपहर करीब 12.30 बजे पीएम मोदी रामलला के प्रतिमा को गर्भगृह में स्थापित करेंगे। यह मुहूर्त काफी दुर्लभ है। ज्योतिषाचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड ने कहा कि वर्षों बाद ऐसे मुहूर्त मिलते है।इस मुहूर्त की खास बात यह है कि इस समय 9 ग्रहों में से 6 ग्रह एक साथ होंगे। गुरु ग्रह की पूरी दृष्टि इस दौरान पांचवे ,सातवें और नौवे जगह पर होगी।