SC में ‘शिवलिंग’ पर हिंदू पक्ष ने एक ऐसी मांग की, जिसका मुस्लिम पक्ष ने नहीं किया विरोध
ज्ञानवापी मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय में शुक्रवार को जब सुनवाई हुई तो हिंदू पक्ष ने एक ऐसी मांग की, जिसका मुसलमान पक्ष ने भी विरोध नहीं किया। दरअसल, ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग के सील एरिया की हिंदू पक्ष ने सफाई की मांग की, जिसका मुसलमान पक्ष ने विरोध नहीं किया। इसकी वजह है कि शिवलिंग के सील वाले क्षेत्र में फैली गंदगी। इस तरह न्यायालय में हिंदू पक्ष और मुसलमान पक्ष दोनों इस पर सहमत दिखे। हालांकि, समय की कमी होने की वजह से कल यानी शुक्रवार को इस मुद्दे की पूरी सुनवाई नहीं हो सकी।
ज्ञानवापी मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई टलने से पहले ही यह वाकया हुआ। ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग के सील एरिया की सफाई की हिन्दू पक्ष की मांग का मुसलमान पक्ष ने विरोध नहीं किया। दरअसल, हिन्दू पक्ष ने ज्ञानवापी परिसर में उपस्थित कथित शिवलिंग के टैंक में मछलियों की मृत्यु के बाद फैली गंदगी को तुरन्त साफ कराने की मांग की थी। फिहलला, अब इस मुद्दे में अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी।
हिंदू पक्ष ने क्या कहा
सुप्रीम न्यायालय में हिंदू पक्ष का बोलना है कि क्योंकि हमारी मान्यता के अनुसार वहां पर शिवलिंग उपस्थित है और शिवलिंग को किसी भी तरह की गंदगी, मरे हुए जीवों से दूर रखे जाने की आवश्यकता है। इस तरह की गंदगी के बीच शिवलिंग का रहना असंख्य शिवभक्तों की भावनाओं को आहत करने वाला है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट, डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट वाराणसी को निर्देश दे कि वो इस एरिया की पूरी सफाई कराए।
क्या है मामला
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर मुकदमा में वकील विष्णु जियान ने कथित शिवलिंग को लेकर उच्चतम न्यायालय में नयी याचिका दाखिल की है, जिसमें उन्होंने ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग के सील वाले क्षेत्र की साफ-सफाई को लेकर याचिका दाखिल की है। याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में दावा किया है कि कथित शिवलिंग के पास उपस्थित पानी के टंकी में मछलियां मरी हुई हैं और उसे मई 2022 से ही साफ नहीं किया गया है। इसी मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई होनी थी।