सपा ने कांग्रेस की हार का ठीकरा उनके बड़े नेताओं पर फोड़ा
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी जहां एक ओर सरकारी वापसी पर जीत का उत्सव इंकार रही है तो वहीं कांग्रेस पार्टी हार की समीक्षा करने में जुट गई है। चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बीच मध्यप्रदेश में चुनावी मैदान में उतरी सपा ने कांग्रेस पार्टी की हार पर बड़ा रिएक्शन दिया है। समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस पार्टी की हार का ठीकरा उनके बड़े नेताओं पर फोड़ा है। समाजवादी पार्टी प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने एक वीडियो जारी करके पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर कई गंभीर इल्जाम लगाते हुए कांग्रेस पार्टी की हार का ठीकरा फोड़ा। उन्होंने बोला कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अमर्यादित बयानों के कारण हारी है। समाजवादी पार्टी ने इल्जाम लगाया है विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं पर अहंकार सिर चढ़कर बोल रहा था।
सपा ने कमलनाथ का नाम लेकर बोला कि उन्होंने अखिलेश यादव के प्रति अपमानजनक शब्द कहे थे। समाजवादी पार्टी प्रवक्ता ने रामधारी सिंह दिनकर की कविता का जिक्र करते हुए कहा, जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है। उनके मर्यादित बयानों से कांग्रेस पार्टी हारी है और ज्यादातर जगहों पर यही हुआ है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के बदले जाने को लेकर समाजवादी पार्टी प्रवक्ता ने कहा, जिस तरह से यूपी में एक दलित का अपमान करके एक किस आदमी को प्रदेश का अध्यक्ष बना दिया।
एक राष्ट्र के बड़े नेता जो आज के दौर में बहुजनों के नायक हैं अखिलेश यादव जो मंडल कमीशन जातिगत जनगणना को लेकर सामाजिक, आर्थिक और सियासी और सभी तरह के भागीदारी की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिन्होंने अपने दम पर बीजेपी को कई बार नाको चने चबवाए, उस बड़े नेता को अपमानजनक शब्दों से संबोधित करना कांग्रेस पार्टी पर भारी पड़ा है। उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी को समझना पड़ेगा कि जब-जब दलितों, पिछड़ों और क्षेत्रीय दलों का अपमान होगा तो कांग्रेस पार्टी को मुंह की खानी पड़ेगी।
क्या कहे थे कमलनाथ
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच टिकट बंटवारे को लेकर काफी दिनों तक गहमा-गहमी रही थी। कांग्रेस पार्टी की ओर से टिकट को लेकर कोई रुख साफ नजर नहीं आया तो समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच तल्खबाजी बढ़ गई थी। चुनाव को लेकर नेताओं के प्रदेश में दौरे चल रहे थे। इसी दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी चुनाव के किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकले थे। एक पत्रकार ने जब कमलनाथ से जब अखिलेश को लेकर प्रश्न किया तो कमलनाथ ने बात को काटते हुए बोला था, छोड़ो भाई अखिलेश-वखिलेश को। कमलनाथ के इस बयान के बाद समाजवादी पार्टी और उनके कार्यकर्ताओं में कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं के प्रति खासी नाराजगी पैदा हो गई थी।
कमलनाथ के बयान के बाद क्या कहे थे अखिलेश
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अखिलेश-वखिलेश वाले बयान के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख ने भी पलटवार किया था। उत्तर प्रदेश के हरदोई में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे अखिलेश यादव ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान बोला था, कमलनाथ ने ये ठीक कहा, अखिलेश तो हैं, वखिलेश कौन हैं? यदि वो इस तरह की बातें कहते हैं तो सपा भी कह सकती है, लेकिन हम नहीं चाहते इसमें शामिल हों। हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं कमलनाथ से। उनका नाम बहुत अच्छा है। जिनके नाम में ‘कमल’ है वो अखिलेश नहीं, अखिलेश ही कहेंगे।