आतंकियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में किया पेश,अयोध्या समेत प्रमुख मंदिर थे निशाने पर
आतंकियों को रविवार देर रात अरैस्ट कर न्यायालय में पेश किया। जिसमें से दो आतंकवादी उत्तर प्रदेश के लखनऊ और मुरादाबाद के हैं। तीनों आतंकवादियों ने पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं। मुख्य आरोपी शाहनवाज के दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर हिंदुस्तान की 18 जगहों पर रेकी करने की बात सामने आई है।
इनके निशाने पर राष्ट्र के प्रमुख मंदिर में अयोध्या और मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित चाबड़ हाउस आदि जैसे जगह थे। सुरक्षा एजेंसियां इन से जुड़े लोगों की जानकारी जुटा रही है। सूत्रों के अनुसार यह लोग गुजरात में अक्षरधाम मंदिर पर आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड भगोड़े फरतुल्लाह गौरी और उसके दामाद शाहिद फैसल के संपर्क में थे।
पाकिस्तानी सरगना के निर्देश था इंतजार, केमिकल बम बनाने की ट्रेनिंग
स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया, एनआईए ने तीन आतंकवादियों पर पुरस्कार घोषित किया था। जिसमें झारखंड के हजारी बाग निवासी मुख्य शाहनवाज को दिल्ली के जैतपुर से अरैस्ट किया गया। उसकी निशान देही पर लखनऊ के सआदतगंज से रिजवान और मुरादाबाद से अरशद को अरैस्ट किया है।
सूत्रों के अनुसार आईएस के इस पुणे मॉड्यूल में आतंकवादियों की भर्ती से लेकर केमिकल बम तैयार और ब्लास्ट करने की ट्रेनिंग भी दी जा रही थी। यह लोग केमिकल बम बनाने से लेकर उनकी ट्रेनिंग भी ले रहे थे। इन लोगों ने पुणे में इसकी ट्रेनिंग भी ली। यह लोग पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन से जुड़े थे। जिनसे ही निर्देश ले रहे थे।
हथियार और आईईडी बनाने का सामान बरामद
पुलिस टीम को शाहनवाज के ठिकाने से पिस्टल, आईईडी बनाने का सामान, केमिकल बम बनाने का सामान और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों संबंधित सामग्री मिली है।
तीनों के पास है बीटेक की डिग्री
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि अरैस्ट आतंकवादी शहनवाज ने खनन से, रिजवान ने कंप्यूटर साइंस और अरशद वारसी ने मैकेनिकल से बीटेक किया है। यह इंटरनेट से केमिकल बम बनाने की विधि सीखी थी। जिसने पाक में बैठे लोगों ने उपलब्ध कराए थे। जिसमें राष्ट्र विरोधी गतिविधियों से जुड़े डॉक्यूमेंट्स भी शामिल हैं।
यूपी एटीएस करेगी पूछताछ
यूपी एटीएस की टीम मंगलवार को दिल्ली जाकर लखनऊ और मुरादाबाद में पकड़े गए आतंकवादी गतिविधि से जुड़े दोनों लोगों से पूछताछ करेगी। एटीएस सूत्रों के अनुसार दोनों उत्तर प्रदेश में रहकर राष्ट्र विरोधी गतिविधियां संचालित कर रहे थे जिसकी किसी को भनक तक नहीं थी।
बताया जा रहा है सआदतगंज से अरैस्ट रिजवान का जिस कैंपवेल रोड स्थित 99 नंबर प्लाट में रहने वाला कहा गया। वहां के आसपास के लोग भी इसकी जानकारी नहीं दे सके। क्षेत्रीय पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है।