प्रयागराज में दारोगा के बेटे की 5 हजार रुपयों के लिए गोली मारने वाला आरोपी गिरफ्तार
प्रयागराज के थरवई क्षेत्र में दारोगा के बेटे की 5 हजार रुपयों के लिए गोली मारकर मर्डर करने वाले आरोपी रोहित यादव को पुलिस ने गुरुवार की देर रात अरैस्ट कर लिया है। पूछताछ में उसने पुलिस को कहा कि गुस्से में आकर उसने पंकज की मर्डर की है। पंकल ने गाली दिया तो उसे गुस्सा आ गया और फायर कर दिया। उसका इरादा पंकज की मर्डर का नहीं था। अभी पुलिस ने क्लीनिक से उसका मोबाइल बरामद कर लिया है और मुद्दे की छानबीन कर रही है। यह भी देख रही है कि कहीं मर्डर की कोई और वजह तो नहीं है।
मृतक पंकज ने रोहित को दिए थे 5 हजार रुपए उधार, इसी को लेकर था विवाद
पंकज यादव (27) पुत्र बद्री प्रसाद यादव हसनपुर कोरारी सराय चंडी थाना थरवई के मूल निवासी हैं। प्रयागराज के तेलियरगंज में उनका मकान है। पंकज यादव 40 नंबर गुमटी थरवई में मकान बनवा रहे थे। निर्माणाधीन मकान के पास ही जन कल्याण अस्पताल है। अरैस्ट रोहित ने कहा कि चाय की दुकान पर अक्सर दोनों की मुलाकात हो जाती थी। इसी दौरान उसने पंकज से 5 हजार रुपये उधर मांगे थे। 3500 रुपये लौटा भी दिए थे। सिर्फ़ 1500 रुपए और देने रह गए थे। मैं उसे लौटा देता लेकिन पंकज ने काफी दबाव बना दिया और गाली-गलौज करने लगा इस तभी मुझे गुस्सा आ गया और गुस्से में उसे गोली मार दी।
डीसीपी गंगा नगर अभिषेक भारती का बोलना है कि दोनों पक्षों ने रुपयों के लेन-देन का टकराव ही मर्डर की वजह कहा है पर रोहित से अभी पूछताछ हो रही है। उसके मोबाइल की फॉरेंसिक जांच होगी। मर्डर की कोई और भी वजह हो सकती है। इसका पता लगाया जा रहा है। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। पूरी पड़ताल होने के बाद मर्डर के कारणों का खुलासा किया जाएगा।
पुलिस की पूछताछ में पता चली आरोपी की जालसाजी
पुजिस की पूछताछ में पता चला है कि आरोपी रोहित यादव अपने को एमबीबीएस चिकित्सक बताता था। यही नहीं वह अपना नाम भिन्न भिन्न बताता था। किसी से रोहित शर्मा नाम कहा तो किसी से रोहित विश्वकर्मा। जांच में यह भी पता चला है कि उसके विरुद्ध जालसाजी के प्रतापगढ़ पुलिस स्टेशन में कई मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस उसकी अपराधी हिस्ट्री भी निकाल रही है। उसपर गैंगस्टर की कार्रवाई भी पुलिस कर सकती है और उसकी संपत्तियां कुर्क की जा सकती हैं।
पंकज ने भाई अमित को कहा था रोहित ने दी है धमकी
पंकज यादव के चचेरे भाई अमित यादव ने कहा कि उसके भाई ने बुधवार की रात को उसे टेलीफोन कर कहा था कि हत्यारोपी रोहित यादव निवासी रामपुर गौरा थाना फतनपुर जिला प्रतापगढ़ ने पांच हजार रुपये उधार लिया था। रोहित उधार का पैसा वापस नहीं कर रहा था। इसको लेकर दोनों के बीच कई बार कहा-सुनी हो चुकी थी। इसकी वजह से रोहित और पंकज का टकराव काफी दिनों से चला आ रहा है। उसने मंगलवार की रात को पंकज को जान से मारने की धमकी भी दी थी। मुझे क्या पता कि वह वह धमकी डराने के लिए दे रहा है या ठीक में वह मेरे भाई को मार देगा। पता होता तो मैं उसके हाथ-पैर जोड़ लेता। माफी मांग लेता।
पढ़ने में काफी अच्छा था पंकज यादव
पंकज यादव के चाचा गोरे यादव ने कहा कि पंकज हमारे घर का हीरा था। उसके जाने से घर पूरी तरह से बिखर जाएगा। वह पढ़ाई में काफी अच्छा था। उसने सीबीएसई बोर्ड से हाई विद्यालय और इंटरमीडिएट की परीक्षा 85 प्रतिशत अंकों में पास की थी। उसने बीटीसी करने के बाद यूपीटीईटी पास किया था। इस समय वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था और साथ में एलएलबी भी कर रहा था। अभी रक्षाबंधन के दिन हुई भाई की मर्डर के बाद बहन खुशी का रो-रो कर बुरा हाल है। खुशी यही कह रही है कि अब वह किसे राखी बंधेगी उसका भाई तो चला गया। मेरा भाई तो काफी सीधा था उसे क्यों गोली मारी गई।