यूपी के इस जिले में बनेगा पहला प्लास्टिक अपशिष्ट केंद्र, 4000 किग्रा प्लास्टिक कचरा से मिलेगी मुक्ति
जनपद बागपत में शीघ्र ही पहला प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र बनेगा। इसके लिए पंचायत राज विभाग ने जमीन की तलाश प्रारम्भ कर दी हैं। इसका निर्माण होने से 244 ग्राम पंचायतों की 10 लाख जनसंख्या को रोजाना 4000 किग्रा प्लास्टिक कचरा से मुक्ति मिलेगी।
जिला पंचायत राज अधिकारी अमित कुमार त्यागी ने कहा कि ओडीएफ प्लस घोषित गांवों में संग्रहण केंद्रों से प्लास्टिक कचरे को एप्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र पर लाया जाएगा, जहां उसकी प्रोसेसिंग होगी। केंद्र में रिसाइक्लिंग प्रक्रिया से पूर्व एकत्रित प्लास्टिक अपशिष्ट धूल कीचड़ हटाने के लिए डस्ट रिमूवर मशीन, प्लास्टिक के छोटे-छोटे टुकड़े करने को प्लास्टिक कतरन मशीन लगेगी। कचरा दबाकर ठोस आकार में लाने को प्लास्टिक बेलर लगेगा। इस प्रोसेसिंग के बाद प्लास्टिक का कचरा रिसाइक्लिंग वाली कंपनी तथा लोक निर्माण विभाग को बेचा जाएगा। पंचायत विभाग की आय बढ़ेगी और लोगों को प्लास्टिक कचरे से छुटकारा मिलेगा।
ब्लॉक स्तर में बनेंगे प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र
एक प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र बनने के बाद फिर बाकी ब्लाकों में एक-एक प्लास्टिक अपशिष्ट केंद्र का निर्माण होगा। यानी प्लास्टिक अपशिष्ट निस्तारण के लिए 96 लाख रुपये का बजट खर्च होगा। प्रति आदमी प्रतिदिन औसतन 40 ग्राम प्लास्टिक कचरा जनरेट करता है। जिले की 244 ग्राम पंचायतों की 10 लाख से अधिक जनसंख्या है। इससे रोजाना इन गांवों में 4000 किग्रा कचरा जमा हो रहा।जिला पंचायत राज अधिकारी अमित कुमार त्यागी ने कहा कि प्लास्टिक कचरा से छुटकारा के लिए प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र निर्माण के लिए सभी एडीओ पंचायत तथा पंचायत सचिवों को जमीन तलाशने के लिए बोला गया है।