उत्तर प्रदेश

चाय बेचकर ये दो इंजीनियर बने करोड़ों के मालिक

 बस्ती आज के समय में युवाओं के लिए अच्‍छा करियर सबसे बड़ी अहमियत है यही कारण है कि लोग लाखों रुपए खर्च करके इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हैं, ताकि वे सेटल्‍ड हो सकें लेकिन आपको यह जानकर हैरत होगी कि दो युवा इंजीनियर ऐसे भी हैं जिन्‍होंने अपनी जॉब छोड़ दी और इसके बाद उन्‍होंने जो किया वो अधिक चौंकाने वाला है

दरअसल, बस्ती जनपद में दो दोस्तों ने जब इंजीनियरिंग की लाखों की जॉब छोड़ चाय बेचने की ठानी तो परिवार से लेकर भलाई मित्रों तक ने इसका विरोध किया लेकिन इन दोनों दोस्तों ने किसी की  न सुनी और अपने हठ और परिश्रम से एक चाय का ऐसा रेस्टोरेंट शुरु किया जो आज कल लोगों के होठों पर चर्चा का विषय बना हुआ है जी हां हम बात कर रहे हैं बस्ती जनपद के दो युवा 28 वर्षीय अंकित और 27 अनूप की जिन्होंने आज से दो वर्ष पहले सन 2021 में बीटेक चायवाला के नाम से एक चाय की सेटअप डाली और आज ये दोनों युवा एक सफल उद्यमी बन युवाओ को प्रेरणा देना का काम कर रहे हैं

लाखों की छोड़ी जॉब आज कमा रहे करोड़ों

अनूप जिन्होंने इंजीनियरिंग करने के बाद एमएनसी कम्पनी में नौकरी करना प्रारम्भ किया तो वही अंकित ने मरीन इंजीनियरिंग करने के बाद लाखों के पैकेज पर नौकरी किया लेकिन दोनों दोस्तों ने कुछ अलग करने की ठानी साथ ही दोनो ने नौकरी स्वीच कर दिया इनकी मंशा थी कि वो दूसरे के लिए जॉब न करके लोगों को जॉब पर रखे और एम्प्लॉयमेंट जनरेट करें जिससे जनपद के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सकें फिर दो लोगों के साथ इन लोगों ने छोटा सा सेटअप डाला और देखते ही देखते दोनों ने चाय की छोटी से दुकान से आज एक बडे़ स्तर पर रेस्टोरेंट संचालित कर रहे हैं जिससे उनका टर्नओवर करोड़ों में पहुंच चुका है

 

15 टाइप के बनाते हैं चाय

बीटेक चायवाला के डायरेक्टर अंकित सिंह ने कहा कि उनके यहां चॉकलेट, पाइन एप्पल, स्ट्राबेरी आदि मिलाकर पन्द्रह ढंग के चाय बनाए जाते हैं साथ क्रैप्सी स्वीट कॉर्न उनके यहां का सबसे अधिक फेमस है जिसे खाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं अंकित ने कहा कि उनका चार और प्रोजेक्ट बस्ती जनपद में चल रहा है जिसमें हजारों लोगों को जॉब मिलेगी और बस्ती में एक न्यू आइडिया का विकास बस्ती जनपद के साथ ही आज बीटेक चायवाला पूरे राष्ट्र में अपना नाम रोशन कर रहा है साथ ही साथ पटना, पंजाब, दिल्ली, हैदराबाद में इनका एक फ्रेंचाइजी भी चल रहा है

परिवार ने किया था विरोध

बीटेक चायवाला के दूसरे डॉयरेक्टर अनूप तिवारी ने कहा कि जब उन्होंने एमएनसी जॉब को छोड़ चाय की दुकान डालने की आइडिया के बारे में घर वालों को कहा तो घर वालों ने काफ़ी विरोध किया लेकिन जैसे-जैसे हम लोग काम करते गए बिजनेस आगे बढ़ता गया हमारा उद्देश्य है की बस्ती को पूरे विश्व पटल पर लाया जाए साथ ही यहां के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार दिया जाए

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