ये किसान उगाता है 19 फीट का गन्ना, एक एकड़ में 1000 कुंटल की पैदावार
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में स्थित दतियाना गांव में एक किसान परिवार के द्वारा परंपरागत खेती की स्थान सहफसली खेती की जा रही है। किसान ने अपने खेत में न केवल चार प्रजाति के गन्ने की खेती की है, बल्कि केला, पपीता और नींबू की फसल भी तैयार की है। यही वजह है कि किसान को एक सीजन में एक ही फसल से लाखों रूपये का फायदा हो रहा है।
किसान को परंपरागत खेती से अलग फसल उगाने पर कृषि विभाग द्वारा प्रगतिशील किसान दर्जा दिया गया है ।दतियाना गांव के किसान रजनीश त्यागी के पुत्र देवांश त्यागी ने कहा कि उनके यहां करीब 6 एकड़ में गन्ना, केला, पपीता और नींबू की फसल तैयार की जा रही है। गन्ना चार प्रजाति का लगाया गया है। जिसमें को-0238, 14, 35 और 23 है। गन्ने को इस तरह से खेत में बोया गया है कि उसमें सरलता से केले की जी-9 प्रजाति की पौध को सह फसल के रूप में लगाया गया है।
बेहतर उत्पादन के साथ बहुत बढ़िया मुनाफा
किसान देवांश ने कहा कि केले को तैयार करने में करीब 60 हजार रूपये प्रति एकड़ की लागत आई है। केले की फसल अब पूरी तरह से पककर तैयार है और बाजार में केला करीब साढ़े चार लाख रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से जा रहा है। जिससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है। किसान ने कहा कि इतना ही नहीं उनके खेत में नींबू, पपीता आदि की पौध भी लगाई गई है। देवांश ने कहा कि उन्हें इस खेती से हर सीजन में काफी अच्छा फायदा होता है।
18 फीट का गन्ना
फिलहाल, केले की फसल बाजार में जा रही है। एक पेड़ से करीब 35 से 40 किलो केला उतर रहा है। केले की फसल बाजार में बिक जाने के बाद गन्ने की फसल पूरी तरह से बिकने के लिए तैयार है। उनके यहां गन्ना भी करीब 18-18 फीट का तैयार हुआ है। दतियाना गांव में परंपरागत खेती से हटकर अलग खेती कर रहे किसान के इस मुनाफे को देखते हुए कृषि विभाग द्वारा किसान रजनीश त्यागी को प्रगतिशील किसान की श्रेणी में रखा गया है। उन्हें विभाग द्वारा कार्यक्रमों में प्रथम जगह से भी नवाजा जाता है।
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