कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, बाढ़ की निगरानी जारी
कानपुर में गंगा का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है। जिससे आम जनमानस को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गंगा खतरे के निशान से लगभग 70 सेमी ऊपर बह रही है। जिससे आसपास के कटरी के क्षेत्र में कई गांव में गंगा का पानी भर गया है। वहीं कई गांवों का कनेक्शन भी शहर से टूट गया है। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन भी लगातार विभिन्न विभागों के साथ मिलकर लोगों तक राहत सामग्री पहुंचा रही है।
इसके साथ ही जिन गांवों में अधिक स्थिति खराब है वहां के लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। गांव के किनारे जहां पर रोड जलमग्न हो गई हैं वहां पर नाव लगाई जा रही है ताकि लोग इनका इस्तेमाल कर आवागमन कर सके। इतना ही नहीं गंगा के किनारे बसे गांव में भी गंगा का पानी भर गया है जिस वजह से वहां पर फसलों को भी काफी हानि हुआ है, विद्यालयों में पानी भर गया है। जिला प्रशासन द्वारा लगातार बाढ़ की नज़र की जा रही है। बाढ़ की नज़र करने के लिए 63 बाढ़ चौकियां बनाई गई है।
इन गावों में बाढ़ का प्रकोप
गंगा की बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित बिठूर किनारे के गांव हैं। जिसमें भोपालपूर्व,बनिया पूर्व,गिल्लिपुरवा, दल्ला पुरवा ,प्रतापपुर शामिल है। इसके साथ ही गंगा किनारे कटरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी वहां से शिफ्ट किया जा रहा है।
बाढ़ की नज़र जारी
कानपुर के जिला अधिकारी विशाल ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र की लगातार नज़र की जा रही है। वहां पर राहत टीम लगाई गई है। जो गांव सबसे अधिक प्रभावित है वहां से लोगों को निकाल कर राहत शिविर में रखा गया है। राजस्व विभाग और सिंचाई विभाग द्वारा लगातार गंगा के जलस्तर की नज़र की जा रही है।