चार धाम यात्रा पर उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए आई बहुत अच्छी खबर

Char Dham Yatra 2023: चार धाम यात्रा-2023 पर उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए बहुत ही अच्छी समाचार है. एमपी, दिल्ली, यूपी, राजस्थान, गुजरात सहित देश-विदेश से केदारनाथ-बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में तीर्थ यात्री दर्शन के लिए आते हैं. महंगाई के बीच तीर्थ यात्रियों को राहत मिलने वाली है.
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (उकाडा) ने गुप्तकाशी हेलीपैड से केदारनाथ धाम तक का किराया तय कर लिया है. इस बार एक तरफ का किराया प्रति यात्री 3870 रुपये होगा. पिछले वर्ष 2022 की तुलना में हेली सेवा के किराये में कमी की गई है. हेली सेवा की बुकिंग अप्रैल प्रथम हफ्ते में प्रारम्भ होने जा रही है.
इस वर्ष चार धाम यात्रा 2023 में केदारनाथ हेली सेवा का एक तरफ का किराया पिछली बार से पांच रुपये कम होगा. उकाडा केदारनाथ धाम के लिए सिरसी और फाटा से पहले ही हेली कंपनियों का चयन और किराया तय कर चुका है. गुप्तकाशी हेलीपैड के लिए प्राप्त टेंडर फाइनल किए गए. ट्रांसभारत और आर्यन कंपनी के दर सबसे कम आए.
समें सबसे कम किराया 3870 प्रति यात्री आया, उकाडा ने दूसरे जगह पर दर देने वाली कंपनी से सबसे कम दर की बराबरी करने को बोला है. उकाडा के सीईओ सी। रविशंकर ने बताया कि अप्रैल पहले हफ्ते तक आईआरसीटीसी के जरिए हेली टिकटों की बुकिंग प्रारम्भ हो जाएगी. इस बार टिकट की कालाबाजारी रोकने के लिए अतिरिक्त तरीका किए गए हैं.
मुश्किल: केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने में मौसम बन रहा बाधा
केदारनाथ पैदल मार्ग पर लोनिवि डीडीएमए द्वारा बर्फ हटाने का काम जारी है. हालांकि लगातार खराब मौसम केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने में खलल डाल रहा है. शुक्रवार को भी मौसम ने श्रमिकों के हाथ रोक दिए. बर्फबारी के कारण श्रमिकों का काम प्रभावित हुआ.
ठीक एक महीने बाद भगवान केदारनाथ धाम की यात्रा प्रारम्भ हो जाएगी. 25 अप्रैल को बाबा केदार के कपाट देश-विदेश के तीर्थयात्रियों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे. इस लिहाज से जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सभी विभागों को यात्रा तैयारियों को युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए हैं किंतु लगातार बारिश और बर्फबारी से यात्रा तैयारियों में मुश्किलें पैदा हो रही है.
गंगोत्री-केदारनाथ सहित चारों धामों के इस दिन खुलेंगे कपाट
बदरीनाथ- केदारनाथ के बाद नवरात्रि के मौके पर गंगोत्री, और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने की तारीख का घोषणा हो गया है. तीर्थ यात्रियों के लिए दोनों धामों के कपाट आनें वाले 22 अप्रैल 2023 को खुलेंगें. चैत्र प्रतिपदा एवं नवरात्र के शुभ अवसर पर विश्व मशहूर गंगोत्री धाम के कपाट खुलने का शुभ मुहूर्त निकाला गया था.
बदरीनाथ और केदरानाथ धामों के कपाट खुलने की घोषणा पहले ही हो चुकी है. बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को तीर्थ यात्रियों के लिए खोले जाएंगे. जबकि, केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुलेंगे. धामों के कपाट खोलने से पहले प्रशासन की ओर तैयारियां पूरी जोर से की जा रही है.
चारों धामों व्हाट्सअप सहित चार विकल्पों से कराएं पंजीकरण
यात्रियों को आधार कार्ड के साथ यात्रा करनी होगी. पंजीकरण में भी आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा. यात्री वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करा सकेंगे. व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर पंजीकरण का विकल्प रहेगा. टोल फ्री नंबर 01351364 के साथ मोबाइल एप touristcareuttarakhand को डाउनलोड कर भी पंजीकरण किया जा सकेगा
गाड़ियों के लिए यहां करें पंजीकरण
बाहर से आने वाले वाहनों के लिए greencard.uk.gov.in पर पंजीकरण की प्रबंध की गई है. इस वेबसाइट पर पंजीकरण ग्रीन कार्ड बनाए जा सकते हैं. ग्रीन कार्ड चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी कमर्शियल वाहनों का बनता है. इसमें गाड़ी और ड्राइवर के ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी होती है, इसके बाद सभी कागजात साथ में रखने की आवश्यकता नहीं होगी.
वाहन का तकनीकी और भौतिक हालात का निरीक्षण करने के बाद यह कार्ड दिया जाएगा. अप्रैल प्रथम हफ्ते से ग्रीन कार्ड बनने प्रारम्भ होंगे. इसके साथ ही ट्रिप कार्ड बनेंगे. ट्रिप कार्ड में यात्रियों का पूरा डिटेल होगा.
चारधाम यात्रा रूट पर स्वास्थ्य को लेकर रोगी न लें टेंशन
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं को अपने स्वास्थ्य को लेकर टेंशन लेने की कोई आवश्यकता नहीं है. चार धाम यात्रा रूट पर डॉक्टरों की कमी को दूर करने का सीएम पुष्कर सिंह धामी गवर्नमेंट ने जोरदार प्लान बनाया है.
यही नहीं, जानकार डॉक्टरों को बदरीनाथ, केदारनाथ सहित चारों धामों में तैनात किया जाएगा ताकि आपात स्थिति में रोगियों को तुरंत ही स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराकर उनकी जान बचाई जा सके.
चार धाम यात्रा प्रारम्भ होने से पहले बढ़ी टेंशन, जोशीमठ के बाद उत्तरकाशी में पड़ीं लंबी दरारें
चार धाम यात्रा प्रारम्भ होने से पहले एक बार फिर टेंशन बढ़ गई है. चमोली जिले में जोशीमठ भू-धंसाव की घटना के बाद अब उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भी भू-धंसाव का मामला सामने आया है. भू-धंसाव की घटना आने के बाद लोगों में भय का माहौल है.
जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है. उत्तरकाशी जिले के चिन्यालीसौड़ में भू-धंसाव में आई तेजी ने शहरवासियों की नींदें उड़ा कर रख दीं हैं. मालूम हो कि उत्तरकाशी जिले में ही गंगोत्री-यमुनोत्री धाम स्थित हैं, जबकि जोशीमठ, चमोली जिले में बदरीनाथ धाम है.