मौसम विभाग ने ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का जारी किया अलर्ट
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। मंगलवार 12 नवंबर को प्रदेश के कई जिलों में बर्फबारी हुई। बर्फबारी से चमोली में मौसम बदलने के साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में चारों ओर बर्फ की चादर बिछ गई है। चमोली में बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, विश्व मशहूर पर्यटक स्थल औली और चोपता में बर्फबारी के बाद कड़ाके की ठंड महसूस तो हो ही रही है, लेकिन बर्फबारी के बाद नजारे भी काफी सुंदर हो गए हैं। विश्व मशहूर हिमक्रीडा स्थल औली में तो 8 इंच तक बर्फ जम चुकी है। बर्फबारी के बाद औली में भी काफी सुंदर नजारे दिखाई दे रहे हैं, जहां सोमवार तक औली सिर्फ़ वीरान दिखाई दे रहा था। वहीं बर्फबारी के बाद चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर जम चुकी है।
मौसम विभाग ने ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। वहीं उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में मामूली बारिश हो सकती है। प्रदेश में आज 13 दिसंबर को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, जबकि सुबह के समय मैदानी इलाकों में कोहरा छाया रहा।
बर्फबारी के बाद सैलानियों को सौगात
पर्यटकों के लिए यह बर्फ किसी सौगात से कम नहीं है, क्योंकि क्रिसमस और न्यू ईयर मनाने वाले सैलानियों का सपना होता है कि वह किसी भी हिल स्टेशन पर पहुंचे तो वहां पर बर्फ जरूर जमी हो। इस बार दिसंबर के दूसरे हफ्ते में ही पहाड़ों में अच्छी बर्फबारी हो गई है, जिससे आने वाले सैलानियों के लिए एक अच्छी समाचार भी है। जो भी सैलानी विश्व मशहूर पर्यटक स्थल औली या चमोली के अन्य हिल स्टेशनों में आना चाहता है। उसके लिए बर्फबारी होना एक अच्छी समाचार है।
बर्फबारी से बड़ी आफत, लेकिन प्रशासन की तैयारी पुरी
पहाड़ों पर बर्फबारी से तापमान में जरूर गिरावट दर्ज की जारी है, लेकिन प्रशासन ने व्यवस्थाएं भी पूरी कर दी हैं। सड़क मार्ग को खोलने के लिए मशीनों को तैनात कर दिया गया है। वहीं अगले कुछ घंटों में प्रदेश के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में मौसम में परिवर्तन भी देखने को मिलेगा।