साइबर ठग नए-नए तरीकों से लोगों को अपने जाल में रहे फंसा

उत्तराखंड में साइबर क्राइम के मुद्दे लगातार बढ़ रहे हैं। साइबर ठग नए-नए उपायों से लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। वहीं लोग भी कहीं लालच या फिर सस्ते के चक्कर में पड़कर अपनी ठगी का शिकार हो रहे हैं। बीते दिनों हल्द्वानी में मोबाइल टावर के नाम पर एक स्त्री से धोखाधड़ी का मामला सामने आया था। पीड़ित स्त्री ने पुलिस से लाखों की रकम वापस दिलाने की गुहार लगाई थी। अब आईफोन खरीदने के चक्कर में एक पंडित जी को 15,000 रुपये का हानि हो गया। उन्होंने पुलिस में कम्पलेन दर्ज कराई है।
मिली जानकारी के अनुसार, पंडित जी ने औनलाइन का एड देखा जिसमें बताया गया कि एप्पल कंपनी का आईफोन मैक्स प्रो मोबाइल केवल 15 हजार रुपये में मिल रहा है। उस टेलीफोन की असली मूल्य एक लाख 20 हजार रुपये के करीब है। फिर क्या था, वह ठगों के झांसे में आ गए और उन्होंने फट से मोबाइल टेलीफोन ऑर्डर कर दिया। कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन नहीं था, लिहाजा मोबाइल की मूल्य यानी 15 हजार रुपये उनसे पहले ही ले लिए गए।
जब मोबाइल घर पहुंचा तो टेलीफोन के डिब्बे में एक डमी थी। इसे देख पंडित जी का माथा ठनका और फिर उन्हें ठगी का अहसास हुआ। जिसके बाद वह कोतवाली पहुंचे और पुलिस को पूरी जानकारी दी। पुरुष ने बताया कि वह पेशे से पंडित है। सेकंड हैंड सामान उपलब्ध कराने वाली एक वेबसाइट पर उसने देखा कि आईफोन काफी सस्ता मिल रहा है। जिसके बाद उसने दिए गए नंबर पर कॉल किया, तो एक महिला ने बताया कि वेबसाइट पर थोड़े पुराने टेलीफोन होते हैं, इसलिए सस्ते में मिल जाते हैं।
ठगों के बिछाए गए जाल में पंडित जी फंस गए और उन्होंने 15,000 रुपये देकर आईफोन आर्डर कर दिया। जब मोबाइल घर आया, तो डिब्बे में एक डमी टेलीफोन निकला। यह देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने फौरन उस महिला से संपर्क करने की प्रयास की, लेकिन उसका टेलीफोन स्विच ऑफ मिला। ठगी का अहसास होने के बाद वह कोतवाली पहुंचे और पुलिस को पूरे प्रकरण की जानकारी दी। पुलिस ने उनकी कम्पलेन लेते हुए मुद्दे की जांच प्रारम्भ कर दी है।