उत्तराखंड के इस मंदिर से करें नए साल की शुरुआत, पूरी होंगी सारी मन्नतें
उत्तराखंड की सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में ऐसे कई मंदिर हैं, जिनकी पौराणिक मान्यता है। इन्हीं में से एक मंदिर ऐसा भी है, जहां लोगों की इच्छा पूरी होती है। यदि आप अपने नए वर्ष की आरंभ बेहतर ढंग से करना चाहते हैं, तो अल्मोड़ा के कसार देवी मंदिर (Kasar Devi Temple Almora) में दर्शन करने और यहां पर ध्यान लगाने मात्र से आपको पूरे वर्ष एक अलग प्रजाति की ऊर्जा की अनुभूति होगी। इस मंदिर में उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश-विदेश से लोग आकर ध्यान करते हैं। दरअसल कसार देवी मंदिर में चारों तरफ पॉजिटिव एनर्जी का अहसास होता है। स्वामी विवेकानंद भी कसार देवी मंदिर आ चुके हैं। 1890 में मंदिर में स्थित एक गुफा में उन्होंने ध्यान लगाया था।
मान्यता है कि कसार देवी मंदिर में जो भी सच्चे मन से आता है, तो उसकी इच्छा पूरी होती है। वहीं इस क्षेत्र में जो भी ध्यान लगाता है, तो उसके भीतर अलग प्रकार की ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है क्योंकि कसार देवी मंदिर के आसपास का पूरा क्षेत्र वैन एलेन बेल्ट है, जहां धरती के भीतर विशाल भू-चुंबकीय पिंड है। एक शोध में पाया गया है कि कसार देवी मंदिर, दक्षिण अमेरिका के पेरू के माचू-पिच्चू और इंग्लैंड के स्टोन हेंग में ये अद्भुत समानताएं हैं। इन तीनों जगहों चुंबकीय शक्ति का विशेष पुंज है। मंदिर के आसपास श्रद्धालु ध्यान मुद्रा में बैठते हैं, जिससे उन्हें एक अलग प्रजाति की शांति की अनुभूति होती है। इस अलग अहसास के लिए ही देश-विदेश से लोग यहां आते हैं। नए वर्ष पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ यहां देखने को मिलती है।
ध्यान करने से मिली ऊर्जा
पर्यटक शालिनी राजपूत ने कहा कि वह दिल्ली से आई हैं। इस स्थान के बारे में उन्होंने काफी सुना था और यहां पर आकर उन्हें काफी अच्छा लगा। यहां पर बैठकर उन्होंने ध्यान किया और उन्हें अलग ही ऊर्जा यहां से मिली है। उन्होंने कहा कि यहां पर हर किसी को एक बार जरूर आना चाहिए। उन्होंने मंदिर में मन्नत भी मांगी है।
मंदिर से करें नए वर्ष की शुरुआत
श्रद्धालु पलाश अग्रवाल ने कहा कि नए वर्ष के मौके पर हर किसी को मंदिर जाना चाहिए। वह भी अल्मोड़ा के कसार देवी मंदिर पहुंचे हैं। इस मंदिर में आकर उन्हें आत्म सुख की प्राप्ति हुई है और उन्हें काफी अच्छा लग रहा है। मंदिर के चारों तरफ पॉजिटिव एनर्जी है। वह भी यहां से एक नयी ऊर्जा लेकर जाएंगे।
देश-विदेश से आते हैं श्रद्धालु
कसार देवी मंदिर के पुजारी नीरज जोशी ने कहा कि इस मंदिर में उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं और दर्शन करते हैं। देवी सच्चे मन से मांगी गई हर इच्छा पूरी करती हैं। इसके अतिरिक्त मंदिर में लोग ध्यान भी लगाते हैं। ध्यान आदि के लिए यह स्थान किसी करिश्मा से कम नहीं है। यहां नए वर्ष पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखने को मिलती है। बता दें कि यह मंदिर अल्मोड़ा शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर है। मुख्य शहर से कसार देवी गांव तक सरलता से पहुंचा जा सकता है, जहां यह मंदिर स्थित है।