उत्तराखण्ड

इस सरकारी योजना से महिलाएं बन रही आत्मनिर्भर

पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में स्त्रियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए राज्य गवर्नमेंट की ओर से कई रोजगारपरक योजनाएं चलाई जा रही है इन्हीं में से एक है स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उत्तराखंड की स्त्रियों को कुशल और सशक्त बनाने का कार्य, जिसमें उत्तराखंड की स्त्रियों के हुनर को एक मंच दिया जा रहा है जहां पर वह अपने घरेलू उत्पादों को बेच सकती हैं ऐसा करने से उनके लिए रोजगार उत्पन्न होता है और उनकी आजीविका के लिए एक घरेलू बिजनेस भी तैयार होता है

देहरादून के रानीपोखरी में उत्तराखंड की स्त्रियों के द्वारा बनाए गए उत्पादों का एक उत्तरा स्टेडियम स्थित है इसमें तकरीबन उत्तराखंड के 200 स्त्री समूहों के उत्पाद बिक्री के लिए रखे गए हैं यहां पर उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़ा हर सामान मिलेगा, खाद्य सामग्री भी पहाड़ी ही है सबसे पहले इन कुशल स्त्रियों के द्वारा की इस कारीगरी को देखिए भीमल वृक्ष की छाल से चप्पल, डोरमेट और सुंदर टोकरियां बनाई गई है वहीं लकड़ी के छोटे-छोटे केदारनाथ मंदिर के मूमेंटो भी तैयार किए गए हैं

पहाड़ी आइटमों की भरमार
हाथकरघा से बनाई गई शाल, चादर, जूट के बेग, ऐपण कला के फोटो फ्रेम, तांबे के बर्तन भी यहां देखने को मिलेंगे खाद्य सामग्री में उत्तराखंड में पाई जाने वाली हर प्रजाति की दाल यहां मिलेगी पहाड़ी शहद, पहाड़ी नमक, पहाड़ी तेल, पहाड़ी जूस, सही गाय का घी भी यहां कस्टमर के लिए रखा गया है देहरादून क्षेत्र में यह राज्य गवर्नमेंट का सबसे बड़ा आउटलेट है, जहां पर सैकड़ो उत्पाद रखे गए हैं

महिलाओं को मिला रोजगार
लोकल 18 से वार्ता करते हुए स्वयं सहायता समूह की चंदा बताती हैं कि स्वाभिमान क्लस्टर के अनुसार समूहों की स्त्रियों को गवर्नमेंट ने उत्तरा स्टेडियम नाम से एक आउटलेट ओपन करके दिया है यहां पर प्रदेश भर की सैकड़ों स्वयं सहायता समूहों की स्त्रियों के प्रोडक्ट बिक्री हेतु रखे गए हैं उन्होंने गवर्नमेंट का धन्यवाद किया और बोला कि ऐसी योजनाओं से राज्य की स्त्रियों को रोजगार हेतु मंच मिला है

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