14 साल के बच्चे को एक मच्छर के काटने से इलाज के दौरान हुयी मौत
जब भी किसी खुली स्थान पर हम जाते हैं, तो वहां शाम होते ही मच्छर मानो धावा बोल देते हैं। अब वैसे मच्छरों दूसरों के खून पर ही ज़िंदा होते हैं, ऐसे में वो किसी आदमी की उम्र या कुछ और देखकर तो काटते नहीं हैं। कभी तो मच्छरों का काटना सामान्य सी बात होती है लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि ये आदमी को जीवन भर का दर्द दे जाते हैं।
आपने भी देखा होगा कि बरसात का मौसम हो या जाड़े की आरंभ पिद्दी-पिद्दी भर के दिखने वाले मच्छर चैन से बैठने या सोने नहीं देते हैं। कई-कई बार तो रात के अतिरिक्त दिन में भी इनका कहर तंग करने लगता है। ये केवल भिनभिनाने या काटकर खुजली पैदा करने तक भी ठीक था, परेशानी तो तब होती है, जब इनकी वजह से कुछ ऐसी बीमारियां हो जाती हैं, जो लोगों की जीवन पर भारी पड़ जाती हैं।
14 वर्ष के बच्चे को मच्छर ने मार डाला
आज हम जिस लड़के की कहानी बताने जा रहे हैं, वो केवल 14 वर्ष का था और अपने माता-पिता के साथ यूरोप में रहता था। उसका नाम मैटियो शिऊ था और इटली में उसका घर था। इसे उसका काल कहें या कुछ और वो वहां से अपनी मां के साथ ब्राज़ील में छुट्टियां मनाने गया हुआ था। नानी के घर ए मैटियो ने परिवार के साथ अच्छा समय तो गुजारा लेकिन यहां उसे एक मच्छर ने काट लिया। ये आम मच्छरों से अलग था और मैटियो को कठिनाई देने लगा। उसे ट्रीटमेंट के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और यहीं उपचार के दौरान लड़के की मृत्यु हो गई। इस घटना से उसका परिवार सदमे में है क्योंकि किसी को भी ऐसे हादसे की आशा नहीं थी।
मच्छरों को नहीं लें हल्के में
देखने में छोटे से दिखने वाले इस जीव पर एक हाथ भी पड़ जाए तो ये चित्त हो जाता है लेकिन आप शायद ही जानते होंगे कि आदमी की सबसे अधिक मृत्यु की वजह यही जानवर बनता है। हम भले ही शेर, तेंदुआ और मगरमच्छ जैसे जीवों से डरते हों, लेकिन आदमी की जान के लिए सबसे अधिक खतरनाक मच्छर ही है। इससे पहले भी कुछ केसेज़ आ चुके हैं, जिनमें मच्छर से फैले इंफेक्शन की वजह से मरीज़ों के हाथ-पांव तक काटने पड़ गए।