मुंबई में एक फ्रॉड का मामला आया सामने, लिपस्टिक ऑर्डर करने के बाद लगा 1 लाख रुपये का चूना
मुंबईः औनलाइन फ्रॉड के मुद्दे दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। स्कैमर्स फर्जीवाड़ा करने के लिए तरह-तरह के ढंग अपना रहे हैं। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के नवी मुंबई में ऐसे ही एक फ्रॉड का मुद्दा सामने आया है। जहां एक 31 वर्षीय चिकित्सक को ई-कॉमर्स पोर्टल से 300 रुपये की लिपस्टिक ऑर्डर करने के बाद कथित तौर पर 1 लाख रुपये का चूना लग गया। दरअसल, ऑर्डर देने के कुछ दिन बाद उन्हें कूरियर कंपनी से एक मैसेज मिला, जिसमें बोला गया था कि उनका ऑर्डर डिलीवर हो गया है। हालांकि, जब उन्हें प्रोडक्ट नहीं मिला तो उन्होंने कंपनी के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया। इस दौरान स्त्री चिकित्सक को कहा कि जल्द ही एक ग्राहक सेवा प्रतिनिधि उनसे संपर्क करेगा।
कथित ग्राहक सेवा प्रतिनिधि से कॉल आने पर पीड़ित स्त्री को कहा गया कि उनका ऑर्डर रोक दिया गया है और इसे रिसीव करने के लिए उन्हें 2 रुपये ट्रांसफर करने होंगे। हालांकि, चिकित्सक ने पैसे भेजने से इनकार कर दिया और टेलीफोन करने वाले के कई रिक्वेस्ट के बावजूद, वह पैसे ट्रांसफर करने के लिए तैयार नहीं हुई। इसके बाद स्त्री चिकित्सक को एक वेब लिंक भेजा और उसे डाउनलोड करने के लिए कहा। जल्द ही उसे इसमें अपना पता और बैंक डिटेल भरने के लिए बोला गया।
इसके बाद चिकित्सक को BHIM UPI लिंक बनाने के लिए एक मैसेज मिला, लेकिन उन्होंने तुरंत कॉल करने वाले से इसके बारे में पूछा। कॉल करने वाले ने उन्हें आश्वासन दिया कि पार्सल अब डिलीवर हो जाएगा। हालांकि, 9 नवंबर को उनके बैंक खाते से 95,000 रुपये और 5,000 रुपये डेबिट कर लिए गए। जैसे ही चिकित्सक को उनके खाते से पैसे डेबिट होने का मैसेज मिला, उन्होंने नेरुल के साइबर थाने में कम्पलेन दर्ज कराई।
फ्री प्रेस जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, एक अज्ञात आदमी के विरुद्ध फर्जीवाड़ा के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66 सी और 66 डी के अनुसार मुद्दा दर्ज किया गया