इस पेड़ से नशे जैसी लत भी छुड़ाई जा सकती है,जाने इस पेड़ से जुड़ी मान्यता के बारे में…
नागौर। हिंदू संस्कृति में पीपल के वृक्ष को साक्षात ईश्वर विष्णु का रूप माना गया है। लेकिन क्या आपने कभी पारस पीपल के बारे में सुना है। जी हां, पारस पीपल, पीपल के वृक्ष से अलग है। पारस पीपल का महत्व आयुर्वेद में भी है। सबसे खास बात यह है कि पारस पीपल से नशे जैसी लत भी छुड़ाई जा सकती है। साथ ही अन्य सामग्रियों के साथ इसका प्रयोग करके धन, वैभव, सुख, ऐश्वर्य हासिल किया जा सकता है।
पीपल का वृक्ष एक ऐसा वृक्ष है, जो धार्मिक मान्यताओ तथा वैज्ञानिक दृष्टि से ऑक्सीजन देने वाला पेड़ माना जाता है। पीपल का महत्व धर्म शास्त्र में भी कहा गया है। पीपल एक मात्र ऐसा वृक्ष है, जो सबसे अधिक मात्रा मे ऑक्सीजन देता है। नागौर मे एकमात्र पीपल है जो नर पीपल है। जिसे पारस पीपल के नाम से भी जाना जाता है।
जानिए पारस पीपल की खूबी
ज्योतिषाचार्य महेश दाधिच ने कहा कि पारस पीपल एक पीपल प्रजाति का वृक्ष है। इसका पता चौड़ा और मोटा होता है। इस पीपल का तना फूलता रहता है। वहीं इसकी खास बात यह है कि यह अपने प्रजाति के और पीपल पैदा करता है। इस पीपल का आयुर्वेद तथा शास्त्रों मे अधिक धार्मिक महत्व कहा गया है।
सारस नर पीपल से जुड़ी मान्यता
ज्योतिषाचार्य महेश दाधिच ने कहा कि इस पीपल को विष्णु ईश्वर का अवतार माना जाता है। इसकी पूजा करने से आदमी को पितृदोष से मुक्ति मिलती है। वहीं पीपल की पूजा के लिए कच्चे दूध का इस्तेमाल किया जाता है। यहां पर पारस नर पीपल में सफेद सांप का वास रहता है। यह सांप सिर्फ़ कुछ समय के लिए यहां पर आता है। यह पीपल का पेड़ नागौर के भूतनाथ महादेव मंदिर में है।